कोलकाता में हिन्दु-मुसलिम छात्रों ने शांति मार्च किया
कोलकाता, 28 नवम्बर, 2009। मुम्बई में 26 नवम्बर को हुए भयंकर आतंकवादी हमले के एक साल
पूरे होने के अवसर पर ' जेस्विट लीडरशिप प्रोग्राम ' के 200 सदस्यों ने एक शांति मार्च
किया जिसमें हज़ारों हिन्दुओं और मुसलमानों ने हिस्सा लिया। जेस्विट फादरों के द्वारा
चलाये जा रहे नेतृत्व निर्माण कार्यक्रम में भाग लेने वाले विद्यार्थियों ने कहा कि वे
चाहते हैं कि देश से हिंसा और घृणा समाप्त हो। ज्ञात हो कि पिछले साल 26 नवम्बर को
10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने भारत को आर्थिक राजधानी कहे जानेवाले मुम्बई में हमला किया
जिससे 174 लोगों की मौत हो गयी। इस हमले में 9 आतंकवादियों की भी मृत्यु हो गयी थी। शांति
मार्च के बारे में बोलते हुए श्रेय़ा कानिजन ने कहा कि वह चाहती हैं कि पूरे देश में शांति
और सद्भावना का वातावरण बने और सभी कोई मेल-पिलाप के साथ जीवन व्यतीत कर सकें। 21
वर्षीय कोमल जेहानी ने कहा कि शांति मार्च तो एक छोटा-सा कदम है और इसके द्वारा वह बताना
चाहता है कि देश को पूर्णतः भयमूक्त किया जान है। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार की
यात्राओं के द्वारा वह चाहता है कि उस प्रेम के संदेश को आम लोगों तक पहुँचाये। लीडरशिप
ट्रेनिंग सर्विस के संचालक फादर जेनिथ विलियम ने बताया कि एल.टी.एस के कोलकाता में तीन
हज़ार सदस्य हैं जो अंतरधार्मिक वार्ता और मेल-मिलाप के कार्य मे लगे रहते हैं। ज्ञात
हो कि इस संगठन के आधे सदस्य हिंदु हैं और आधे मुसलमान। शांति मार्च में मदर तेरेसा की
धर्मबहनों ने भी हिस्सा लिया।