2009-11-24 13:50:20

मदर घात्तास का धन्य घोषित होना येरुसालेम के लिये अति महत्त्वपूर्ण - पोप


वाटिकन सिटी, 24 नवम्बर, 2009। संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने कहा कि येरुसालेम की मदर घात्तास की धन्य घोषणा हमें इस बात के लिये आमंत्रित करती है कि हम सदा ईश्वर पर भरोसा रखें, अपनी आशा सुदृढ़ बनायें रखें और माता मरिया की सुरक्षा में अपने को सौंप दें।

संत पापा ने उक्त बातें उस समय कहीं जब वे रविवार को देवदूत प्रार्थना के समय संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में एकत्रित तीर्थयात्रियों और विश्वासियों को संबोधित कर रहे थे।

संत पापा ने कहा कि वे अपनी प्रार्थनाओं के द्वारा पवित्र भूमि येरुसालेम में सम्पन्न हुए धन्य घोषणा समारोह में भाग लिया।

ज्ञात हो कि रविवार 22 नवम्बर को नाज़रेत में मरिया अल्फोंसा दानिल घात्तास की धन्य घोषणा समारोह का आयोजन किया गया था।

नाज़रेत के अननशियेशन महागिरजाघर में आयोजित इस समारोह में महाधर्माध्यक्ष अनजेलो अमातो ने मुख्य अनुष्ठाता की भूमिका निभायी।

महाधर्माध्यक्ष अनजेलो संत बनाये जाने की प्रक्रिया के लिये बनायी गयी परमधर्मपीठीय समिति के प्रीफेक्ट हैं और संत पापा के विशेष दूत के रूप में उन्होंने यह विशेष यूखरिस्तीय समारोह सम्पन्न किया।

देवदूत प्रार्थना के पूर्व लोगों को संबोधित करते हुए संत पापा ने कहा कि मदर घात्तास ने येरुसालेम की महिलाओं को साक्षर बनाने और समाज में उचित सम्मान दिलाने के लिये बहुत कार्य किये।

ज्ञात हो कि मदर घात्तास का जन्म येरुसालेम में सन् 1843 ईस्वी मे हुआ था। उन्होंने एक धर्मसंघ की स्थापना की जिसे ' कोनग्रेशन ऑफ सिस्टर्स ऑफ मोस्ट होली रोजरी ऑफ जेरुसालेम ' के नाम से जाना जाता है।

मदर घात्तास की मृत्यु सन् 1927 ईस्वी में हो गयी।संत पापा ने कहा कि मदर घात्तास के धन्य बनाये जाने से येरुसालेम के ईसाइयों का विश्वास मजबूत होगा।








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