रोम, 20 नवम्बर, 2009। लैतिन अमेरिका के काथलिकों ने काथलिक सामाजिक सिद्धांतों के
आधार पर मानव के सर्वांगीण विकास के लिये एक प्रस्ताव वाटिकन के समक्ष प्रस्तुत किया
है।
कारितास इंटरनैशनालिस के अध्यक्ष कार्डिनल ऑस्कार रोडरिक्स मरादियागा ने
बताया कि उन्होंने विकास की जो रूपरेखा प्रस्तुत की है वह लोगों के लिये एक ' अनमोल
उपहार ' सिद्ध होगा।
उन्होंने आगे कहा कि यह प्रस्ताव कलीसिया के सामाजिक सिद्धांतों
पर आधारित है और इसको ' लैटिन अमेरिकन सेंटर फॉर डेभेलोपमेंट इंटेग्रेशन एंड कॉपरेशन
' ' चेलाडिक ' नामक संस्था ने तैयार किया है।
ज्ञात हो कि चेलाडिक नामक
यह संस्था एक स्वयंसेवा संस्था है जिसमें 300 से भी अधिक सदस्य कार्यरत है। इसका मुख्यालय
काराकास वेनेजूवेला में है।
' चेलाडिक ' के महानिदेशक लूइस एनरिके मारियुस ने
कहा कि अगर हम चाहते हैं कि विश्व में न्याय और सहयोग का वातावरण हो तो हमें धार्मिकता
और आध्यात्मिकता को निजी संपति मानने के विचार से बाहर आना होगा।
इस संबंध में
आगे बताते हुए लूइस ने लैटिन अमेरिका के लिये बनी धर्माध्यक्षीय आयोग के मुख्यालय में
कहा कि अब समय आ गया है जब हमें विकास के एक वैकल्पिक मॉडल की तलाश करनी होगी और इसके
लिये ईसाई मानवतावाद और सामाजिक सिद्धांतों का सहारा लेना होगा।
उन्होंने यह
भी कहा कि इसे गिरजाघरों से सिर्फ पूरा नहीं किया जा सकता है इसे हमारी राजनीतिक, आर्थिक,
सामाजिक शैक्षणिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में सहयोग और ठोस प्रतिबद्धता से ही पूरा किया
जा सकता है।