पाबना, बांगला देश, 21 नवम्बर, 2009। बंगला देश की एक अदालत ने एक काथलिक सूजोन की ह्त्या
के मामले में 6 लोगों को उस समय बरी कर दिया जब सूजोन की माँ ने उन्हें माफ कर दी।
उकान
समाचार ने बताया कि बंगला देश की अदालत ने सुजोन की माँ सुमोति ने अपने बेटे के हत्यारों
को माफ कर दिया जिसकी हत्या 8 साल पहले कर दी गयी थी।
47 वर्षीय सुमोति ने बताया
कि कुछ गुड़ों ने 22 वर्षीय सूजोन की पाबना के संत रीता चर्च के सामने उस समय हत्या कर
दी थी जब उसने उन्हें रुपये देने से इंकार कर दिया।
ज्ञात हो यह घटना उस समय़ घटी
थी जब सुजोन मिडल ईस्ट में काम करने के बाद अपनी बीमार को देखने के लिये घर लौट रहा था।
घटना की याद करते हुए सुमोति कास्ता ने बताया कि सुजोन ही एकमात्र व्यक्ति था
जिसपर पूरा घर आश्रित था। सुजोन की हत्या से आहत उसके परिवार के सदस्यों ने किसी प्रकार
का केश दायर नहीं किया।
हाल ही में पुलिस के कहने पर स्थानीय थाना में हत्या
के आरोपियों पर एक केश दायर किया गया।
अदालत में इसकी कार्रवाई शुरु होने के
पहले ही सुजोन की माँ ने हत्या के आरोपियों को माफ़ कर दिया।
सुमोति कास्ता ने
कहा किसी के दोषी सिद्ध होने से भी उसका पुत्र वापस नहीं आयेगा। वह चाहती है कि उसके
पुत्र के हत्यारे एक नया जीवन जीयें।
सुमोति ने कहा कि जैसे कि येसु ने क्रूस
पर से अपने बैरियों को माफ कर दिया मैं भी उन्हीं की तरह मेरे पुत्र के हत्यारों को माफ
कर देती हूँ।
सुमोति कास्ता के इस बयान पर पल्ली पुरोहित पैट्रिक गोम्स ने कहा
कि क्षमा देना एक महान् ईश्वरीय वरदान है।
मेल-मेलाप और विश्व शांति के लिये
काथलिक कलीसिया क्षमा को सर्वोच्च महत्त्व देती है।
ज्ञात हो कि सुजोन के पिता
संतोष की मृत्यु भी सुजोन की ह्त्या के 6 महीनों के बाद ही हो गयी थी।