2009-11-18 12:31:01

भूबनेश्वरः सन् 2008 में मारे गये लोगों का याद में भारतीय कलीसिया द्वारा राष्ट्रीय दिवस की प्रस्तावना


उड़ीसा में विगत वर्ष हुई ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा में मारे गये लोगों की याद में भारतीय कलीसिया ने अगस्त माह के अन्तिम रविवार को राष्ट्रीय शहीद दिवस मनाये जाने की घोषणा की है।

स्मरण रहे कि सन् 2008 के अगस्त माह में एक हिन्दु अतिवादी नेता की हत्या के बाद हिन्दु चरमपंथियों ने ख्रीस्तीयों पर हत्या का आरोप लगाकर उन पर हिंसक आक्रमण आरम्भ कर दिये थे। लगभग चार माहों तक चली हिंसा में कम से कम एक सौ ख्रीस्तीयों की हत्या कर दी गई थी तथा हज़ारों को उनके घरों से निकाल दिया गया था। गिरजाघरों को आग के हवाले कर दिया गया था तथा कलीसियाई संस्थाओं को भी भारी क्षति पहुँचाई गई थी।

फीदेस समाचार संस्था के अनुसार, "भारत का काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन उन पुरोहितों, धर्मबहनों एवं लोकधर्मी विश्वासियों की याद में शहीद दिवस मनाना चाहता है जिन्होंने ख्रीस्त में अपने विश्वास के ख़ातिर अपने प्राणों की बलि अर्पित कर दी थी।"

भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की ख्रीस्तीय एकतावर्धक समिति की पहल पर शहीद दिवस मनाये जाने का प्रस्ताव रखा गया है जिसे काथलिक कलीसिया के साथ साथ सभी अन्य ख्रीस्तीय सम्प्रदायों का समर्थन प्राप्त है।








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