वाटिकन सिटीः ब्रह्मांड में विदेशी जीवन की संभावना पर वाटिकन का अध्ययन
वाटिकन वेधशाला ने विश्व के खगोलविदों, भौतिकविदों, जीवविदों और अन्य विशेषज्ञों को आमंत्रित
कर इस बात का पता लगाना चाहा है कि ब्रहमाण्ड में धरती के अतिरिक्त और कहीं भी जीवन का
अस्तित्व है या नहीं और यदि है तो काथलिक कलीसिया पर इसके क्या प्रभाव पड़ सकते हैं।
वाटिकन वेधशाला के निर्देशक येसु धर्मसमाजी पुरोहित एवं खगोल विज्ञानी रे. जोस
गैब्रिएल फ्यून्स ने पत्रकारों से इस बारे में कहा, "जीवन की उत्पत्ति के विषय में प्रश्न
तथा यह कि ब्रहमाण्ड में और कहीं भी जीवन है अथवा नहीं आज के लिये अनुकूल प्रश्न हैं
जिनपर गम्भीरता से विचार किया जाना उपयुक्त एवं अनिवार्य भी है।"
वाटिकन वेधशाला
में विगत दिनों अमरीका, फ्राँस, ब्रिटेन, स्विटज़रलैण्ड, इटली तथा चीले से एकत्र तीस
खगोलविदों, भौतिकविदों, जीवविदों और अन्य विशेषज्ञों का पांच दिवसीय सम्मेलन सम्पन्न
हुआ जिसकी रिपोर्ट रे. जोस गैब्रिएल फ्यून्स ने मंगलवार को प्रस्तुत की। फ्यून्स ने रिपोर्ट
की प्रस्तावना के अवसर पर कहा, "धरती के अतिरिक्त ब्रहमाण्ड में और कहीं जीवन की सम्भावना
के अनेक दार्शनिक और धार्मिक तात्पर्य हो सकते हैं।" किन्तु उन्होंने स्पष्ट किया कि
उक्त सम्मेलन में प्राथमिक रूप से इस विषय के वैज्ञानिक परिप्रेक्ष्यों पर ही ध्यान केन्द्रित
किया गया।
रोम शहर के परिसर में कास्टेल गोन्दोल्फो स्थित वाटिकन वेधशाला सन्
1891 ई. में सन्त पापा लियो 13 वें द्वारा स्थापित की गई थी।