2009-11-10 12:39:37

वाटिकन सिटीः एंगलिकन याजकों को काथलिक कलीसिया में प्रवेश देने का अर्थ ब्रहम्चर्य नियम में बदलाव नहीं कहना वाटिकन का


वाटिकन ने सोमवार को इस बात की पुष्टि की कि एंगलिकन याजकों को काथलिक कलीसिया में प्रवेश देने का अर्थ पुरोहितों के लिये ब्रह्मचर्य नियम में बदलाव करना कदापि नहीं है।
सोमवार को परमधर्मपीठीय प्रेस कार्यालय ने एक प्रेरितिक संविधान की प्रकाशना की जिसमें काथलिक कलीसिया में शामिल होने के इच्छुक एंगलिकन याजकों के लिये दिशा निर्देश दिये गये हैं।
ग़ौरतलब है कि एंगलिकन ख्रीस्तीय कलीसिया में महिलाओं एवं समलिंगकामियों के पुरोहिताभिषेक को लेकर नाराज़ कुछेक एंगलिकन याजकों ने काथलिक कलीसिया के सदस्य बनने की इच्छा व्यक्त की है। काथलिक कलीसिया में पुरोहितों द्वारा ब्रह्मचर्य का पालन अनिवार्य है जबकि एंगलिकन ख्रीस्तीय समुदाय में पुरोहित भी विवाह कर सकते हैं। कुछ दिन पहले प्रेस में प्रश्न उठे थे कि विवाहित एंगलिकन पुरोहितों को काथलिक कलीसिया कैसे अपने सदस्य बनने देगी? इसी के उत्तर में वाटिकन ने सोमवार को उक्त प्रेरितिक संविधान की प्रकाशना की।
संविधान में वाटिकन ने ब्रह्मचर्य नियम को अपरिवर्तित रखने से सम्बन्धित अपने संकल्प की पुष्टि की। प्रेरितिक संविधान में कहा गया कि एंगलिकन याजकों को काथलिक कलीसिया में प्रवेश देने का अर्थ पुरोहितों के लिये ब्रह्मचर्य नियम में परिवर्तन कदापि नहीं है। संविधान में पौरोहित्य ब्रह्मचर्य की सराहना की गई तथा इसे प्रेरितिक उदारता का संकेत एवं प्रेरक निरूपित किया गया।
उक्त संविधान में कहा गया कि काथलिक कलीसिया में प्रवेश के इच्छुक एंगलिकन पुरोहित अपनी आध्यात्मिक एवं धर्मविधिक परमपराओं को बरकरार रख सकेंगे। यह भी कहा गया कि एंगलिकन धर्माध्यक्ष यद्यपि अपने धर्माध्यक्षीय पद को खो देंगे तथापि वे काथलिक धर्मध्यक्षों की बैठकों में सेवानिवृत्त धर्माध्यक्षों के सदृश भाग ले सकेंगे।
प्रेरितिक संविधान में स्पष्ट किया गया कि काथलिक कलीसिया में प्रवेश के इच्छुक प्रत्येक याजक के प्रकरण का अलग अलग अवलोकन किया जायेगा।
इंग्लैंड के चर्च अर्थात् एंगलिकन चर्च की स्थापना 1534 में तब हुई थी जब काथलिक कलीसिया ने राजा हेनरी आठवें के विवाह विलोपन से इनकार कर दिया था। इस समय विश्व में काथलिकों का संख्या 1.1 अरब है जबकि एंगलिकन ख्रीस्तीयों की संख्या 7.7 करोड़ है।








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