बर्लिनः बर्लिन दीवार के ध्वस्त किये जाने की 20 वीँ वर्षगाँठ मनाई गई
पूर्वी तथा पश्चिमी जर्मनी को अलग करनेवाली बर्लिन की दीवार को ध्वस्त किये जाने की 20वीं
वर्षगाँठ सोमवार को एक आधिकारिक समारोह से मनाई गई। इस अवसर पर जर्मनी की चांसलर एंगेला
मर्केल के साथ भूतपूर्व सोवियत संघ के नेता मिखाईस गोर्बाचोफ, पोलैण्ड में सोलीदारनोश्क
पार्टी के नेता लेक वावेन्सा, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन, फ़्रांस के राष्ट्रपति
निकोलस सार्कोज़ी और अमरीकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन भी उपस्थित हुए। ग़ौरतलब
है कि सन् 1961 में सोवियत संघ द्वारा समर्थित पूर्वी जर्मनी की साम्यवादी पार्टी ने
155 किलोमीटर लंबी दीवार बनवाई थी ताकि पश्चिमी जर्मनी के इर्द-गिर्द घेरा बनाया जा सके
तथा पूर्वी जर्मनी से लोग भागकर दूसरी ओर न जा सकें। साठ, सत्तर एवं अस्सी के दशक में
बर्लिन की दीवार शीत युद्ध का प्रतीक बनी किन्तु सन् 1989 की जनक्रान्ति में पूर्व और
पश्चिम जर्मनी के बीच की दीवार तोड़ दी गई तथा जर्मनी का एकीकरण हो गया। इसके तुरन्त
बाद तत्कालीन सोवियत संघ का भी विघटन, पूर्वी यूरोप के कई देशों में साम्यवाद का पतन
तथा शीत युद्ध की समाप्ति हुई। बर्लिन के ब्रेनडनबर्ग द्वार के निकट सोमवार को आयोजित
समारोह में शामिल विश्व नेताओं ने बर्लिन दीवार के ढह जाने को विश्व इतिहास की एक अभूतूपूर्व
घटना निरूपित किया किन्तु चेतावनी भी दी कि विश्व में लाखों लोगों के मानवाधिकारों का
अब भी हनन हो रहा है। प्रकाशित आँकड़ों के अनुसार बर्लिन दीवार को फांद कर भागने
की कोशिश में कुल 136 लोग मारे गए थे। पूर्वी जर्मनी में बड़ी हुईं जर्मनी की चाँसलर
एंगेला मर्केल ने उक्त समारोह की अध्यक्षता की। उन्होंने इस अवसर पर कहा, "ये वर्षगाँठ
हमें आज की चुनौतियों का स्मरण कराती है, - चाहे वो निर्धनता निवारण या फिर जलवायु परिवर्तन
अथवा मानवाधिकरों की सुरक्षा से ही सम्बन्धित क्यों न हो। "