2009-10-21 12:54:30

वाटिकन सिटीः धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के आचार्यों ने अफ्रीका के झील क्षेत्र के लोगों के प्रति सहानुभूति दर्शाई


रोम में अफ्रीका पर जारी धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के आचार्यों ने ग्रेट लेक रीजन के नाम से विख्यात अफ्रीका देशों के लोगों को एक संदेश भेज कर उनसे आग्रह किया है कि वे एकजुट होकर क्षेत्र में अनवरत जारी हिंसा की निन्दा करें।
धर्माध्यक्षीय धर्मसभा का सन्देश मंगलवार को सूडान, यूगांडा, चाड, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य और मध्य अफ्रीकी गणराज्य के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों को प्रेषित किया गया।
धर्मसभा आचार्यों ने कहा, "गहन दुःख के साथ हम ग्रेट लेक क्षेत्रों में अनवरत जारी हिंसा, अनुवर्ती विनाश एवं निर्दोष लोगों की बेवजह मृत्यु के विषय में सुन रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि लाखों लोगों को अपने घरों को छोड़ने तथा खतरनाक स्थिति में आसपास के देशों में शरण लेने पर मजबूर किया जा रहा है। बाल सैनिकों, अनाथों एवं विकलांग हुए बच्चों की स्थिति पर भी धर्माध्यक्षों ने घोर चिन्ता व्यक्त की जो गम्भीर शारीरिक एवं मनोवैज्ञानिक व्यथाओं को झेल रहे हैं।
सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें तथा धर्मसभा में भाग लेनेवाले सभी धर्माध्यक्षों की ओर से उन्होंने युद्ध की पीड़ा सह रहे अफ्रीकी लोगों के प्रति सहानुभूति का प्रदर्शन किया तथा युद्धग्रस्त दलों का आह्वान किया कि वे शस्त्रों का परित्याग कर वार्ताओं एवं समझौतों द्वारा समस्याओं का समाधान खोजें।












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