' प्रभु येसु महोत्सव ' से ईसाइयों को विश्वास सुदृढ़ होगा- कार्डिनल ग्रेशियस
मुम्बई, 9 अक्तूबर, 2009। मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल ऑस्वाल्ड ग्रेशियस ने कहा
है कि 14 से 18 अक्तूबर तक मुम्बई के गोरेगाँव सेमिनरी में होने वाला ' प्रभु येसु महोत्सव
' से इस बात को गहराई से समझ पायेंगे कि ईसाई होने का क्या अर्थ है।
कार्डिनल
ने उक्त बातें उस समय कहीं जब वे 8 अक्तूबर को एशियान्यूज से आनेवाले प्रभु येसु महोत्सव
के बारे में बातें कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि इस महोत्सव में 1500 लोगों के
भाग लेने की संभावना है। सीबीसीआई के अध्यक्ष ऑस्वाल्ड ने कहा कि यह एक ऐसा अवसर होगा
जिसमें भारत के ईसाइयों को अपने कार्यों के बारे दुनिया को बता पायेंगे।
उनकी
आशा है कि इस महोत्सव के द्वारा भारत के एक करोड़ 80 लाख ईसाइयों के विश्वास का भी नवीनीकरण
होगा।
इस सम्मेलन के द्वारा लोग सुसमाचार के मूल्यों को समझ पायेंगे और अपनी
समर्पित सेवा के द्वारा येसु के मार्ग को दुनिया को दिखा पायेंगे।
इस अवसर पर
कार्डिनल ने बताया कि भारत में धन्य मदर तेरेसा ने पहले सेवा के मार्ग को लोगों के सामने
प्रस्तुत किया है।
भारतीय काथलिक कलीसिया के योगदान के बारे में बताते हुए सीबीसीआई
के अध्यक्ष ने कहा कि चर्च ने शिक्षा स्वास्थ्य और समाज सेवा के क्षेत्र में सदा ही अपना
योगदान दिया है।
कार्डिनल ने बताया कि प्रभु येसु महोत्सव की जो विषयवस्तु है
वह संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें के मिशन रविवार की विषयवस्तु के समान ही है। संत पापा
ने मिशन रविवार की विषय वस्तु बताते हुए कहा था कि सारे राष्ट्र ज्योति में चलेंगे।