वाटिकन सिटीः एड्स निवारण के लिये अधिक कॉन्डोम नहीं अधिक चिकित्सा की ज़रूरत
घाना के काथलिक धर्माधिपति कार्डिनल पीटर टर्कसन ने सोमवार को वाटिकन में एक संवाददाता
सम्मेलन में कहा कि एड्स निवारण के लिये अधिक कॉन्डोम नहीं अधिक चिकित्सा की ज़रूरत है।
कार्डिनल पीटर टर्कसन अफ्रीका के लिये वाटिकन शहर में जारी धर्माध्यक्षीय धर्मसभा की
दूसरी आमसभा के प्रमुख वाचक हैं।
एड्स पर अफ्रीका के काथलिक धर्माध्यक्षों की
क्या राय है यह पूछे जाने पर कार्डिनल महोदय का उत्तर था कि उनके अनुभव के अनुसार कॉन्डोम
केवल परिवारों में ही प्रभावशाली होता है जहाँ परिवार सदस्यों में वफ़ादारी पाई जाती
है जबकि कॉन्डोम का सामान्य प्रयोग कारगर नहीं होता।
कॉन्डम प्रयोग को जोख़िम
भरा निरूपित कर कार्डिनल टर्कसन ने कहा कि दाम्पत्य निष्ठा के बावजूद कॉन्डोम विश्वस्त
समाधान नहीं है क्योंकि कॉन्डोम फट सकते हैं तथा व्यक्ति को सुरक्षा की मिथ्या अनुभूति
कराते हैं जिससे वाईरस आसानी से फैलता तथा एड्स में परिणत हो जाता है।
कार्डिनल
महोदय ने कहा कि एड्स निवारण के लिये सर्वाधिक प्रभावशाली है परहेज़, निष्ठा एवं वफादारी।
उन्होंने कहा कि अफ्रीका को कॉनडोम की इतनी अधिक आवश्यकता नहीं है जितनी उसे एनटायरेट्रोवायरल
दवाओं की है। उन्होंने कहा कि इन दवाओं की उपलभ्यता अफ्रीका को निरोग एवं सुखी बना सकती
है।