वाटिकन सिटी, 3 अक्तूबर, 2009। धर्माध्यक्षीय महासभा के महासचिव महाधर्माध्यक्ष निकोला
एतेरोविकन कहा कि अफ्रीका में मिशनरियों को समर्पित कार्यों के कारण धर्मसमाजी बुलाहट
में वृद्धि हुई है।
ज्ञात हो कि रविवार 4 अक्तूबर से अफ्रीका के धर्माध्यक्षों
की विशेष महासभा का आरंभ रोम में होने जा रहा है जो 25 अक्तूबर तक जारी रहेगा।
सिनोद
की विषयवस्तु है मेल-मिलाप न्याय और शांति के सेवार्थ - अफ्रीका की काथलिक कलीसिया।
उन्होंने आगे कहा कि इस महासभा में अफ्रीकी धर्माध्यक्ष जिन मुद्दों पर विचार-विमर्श
करेंगे वे हैं शिक्षा स्वास्थ्य और समाज सेवा।
महाधर्माध्यक्ष एटेरोविक ने कहा
है कि अफ्रीका की कलीसिया ने मेल-मिलाप ऩ्याय और शांति की दिशा में महत्त्वपूर्ण योगदान
दिये हैं। उन्होंने बताया कि कारितास अफ्रीका के 53 केन्द्र लोगों के विकास के लिये कार्यरत
हैं।
उन्होंने कहा है कि काथलिक कलीसिया हर हाल में चाहती है कि मानव का विकास
हो।