2009-09-30 12:49:31

बुधवारीय - आमदर्शन समारोह के अवसर पर
संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें का संदेश
30 सितंबर, 2009


रोम, 30 सितंबर, 2009। बुधवारीय आमदर्शन समारोह में संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में एकत्रित हज़ारों तीर्थयात्रियों को विभिन्न भाषाओं में सम्बोधित किया। उन्होंने कहा-
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प्रिय भाईयो एवं बहनों, पिछले सप्ताह सम्पन्न चेक गणराज्य की प्रेरितिक यात्रा मेरे लिये एक मिशन तो था ही, एक महत्त्वपूर्ण तीर्थयात्रा भी थी।

यह मेरे लिये एक तीर्थयात्रा थी, क्योंकि मैंने उस पावन भूमि में अपने कदम रखे जहाँ कई लोगों ने अपने आदर्श जीवन से वहाँ की भूमि को पवित्र किया और लोगों को ख्रीस्त के प्यार का साक्ष्य दिया।.

यह मेरे लिये एक मिशन भी था क्योंकि आज यूरोप को उस खुशी और आशा को फिर से अनुभव करने की आवश्यकता है जिसे येसु मसीह ही दे सकते हैं।

मेरा विश्वास है कि चेक गणराज्य के पराग्वे, बरनो और स्तारा बोलेस्लाभ में सम्पन्न ख्रीस्तयाग एवं धार्मिक समारोह से मध्य यूरोप के लोगों का विश्वास मजबूत होगा विशेष करके युवा वर्ग ख्रीस्तीय जिम्मेदारी को भली-भाँति समझ पायेंगे।

आज मैं चेक गणराज्य के राष्ट्रपति भाकलव कलाउस, कार्डिनल मिलोस्लाभ. सरकारी अधिकारियों और चर्च को सब अधिकारियो को अपना आभार व्यक्त करता हूँ जिनके सक्रिय सहयोग एवं योगदान मेरी चेक की यात्रा को सफल हो पायी है।

मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि मेरी यात्रा के दरम्यान मैंने विभिन्न कलीसियों को नेताओं से मुलाकात की।

मैंने उन्हें इस बात के लिये प्रोत्साहन दिया कि वे अन्तरकलीसियाई एकता और वार्ता के लिये प्रयासरत रहें।

मैंने अपनी चेक यात्रा के समय विश्वविद्यालय के बुद्धिजीवियों से भी मुलाक़ात की और उन्हें यह संदेश दिया कि उनके ज्ञान का आधार है सत्य।

एक ऐसा सत्य जो सापेक्षवाद और नियतत्ववाद की सीमाओं को दूर करे।

आज आइये हम एक साथ मिलकर प्रार्थना करें ताकि चेक रिपब्लिक की प्रेरितिक यात्रा का आध्यात्मिक फल वहाँ के लोगों को मिले और वे यूरोप महाद्वीप की एकता और शांति के लिये एकजुट हो कर कार्य कर सकें।


इतना कहकर संत पापा ने अपना संदेश समाप्त किया।

उन्होंने इंगलैंड, स्कॉटलैंड, स्कैनदिनाभिया इन्डोनेशिया, आयरलैंड, और अमेरिका के तीर्थयात्रियों, उपस्थित लोगों सिस्टरों विद्यार्थियों और उनके परिवार के सब सदस्यों पर प्रभु की कृपा और शांति की और उन्हें अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया










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