देवदूत प्रार्थना के पाठ से पूर्व संत पापा द्वारा दिया गया संदेश
अतिप्रिय भाईयो और बहनो,
हमलोग अब इस भव्य समारोह के अंत में पहुँच चुके हैं
और मध्याहन काल हमें देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने के लिए आमंत्रित करता है। मोराविया
के मूल में बोहेमिया का भगिनी प्रांत, यहाँ मैं बहुत प्रसन्न हुँ, यह भूमि जो अनेक सदियों
से ख्रीस्तीय विश्वास की भूमि रही है यह भूमि हमें संत सिरिल और संत मेथोदियुस के साहसी
मिशन का स्मरण कराती है।
20 साल पहले संत पापा जोन पौल द्वितीय ने तानाशाही
साम्यवाद के पतन के बाद पूर्वी और केन्द्रीय यूरोप का दौरा करने का निर्णय लिया था। प्रेरिति्क
यात्रा के लिए उन्होंने वेलेहार्द को चुना, वह स्थान जहाँ प्रसिद्ध यूनियनिस्ट कांग्रेस
का आयोजन किया गया था स्लाव जनता के मध्य एकतावर्द्धक को गति मिली। 1995 के दूसरे दौरे
में उन्होंने ओलोमाउक के समीप स्वाती कोपेचेक को चुना जहाँ युवाओं के साथ अविस्मरणीय
बैठक सम्पन्न हुई थी। मेरे वंदनीय पूर्वाधिकारी द्वारा प्रस्तुत किये गये विचारों को
अपना बनाते हुए मैं आप सबको आमंत्रित करता हूँ कि अपनी ख्रीस्तीय बुलाहट और सुसमाचार
के प्रति निष्ठावान रहें तथा शांति और सह्दयता पर आधारित भविष्य की एक साथ मिलकर रचना
करें।
मोराविया में अनेक मरियम तीर्थालय हैं जहाँ प्रतिवर्ष सैकड़ों तीर्थयात्री
आते हैं। इस समय मैं होस्टाइन के मरियम तीर्थालय की तीरर्थयात्रा करना चाहता हूँ। आप
सबमें मरियम विश्वास की लौ को जलाये रखें, विश्वास जो कि पारम्परिक भक्ति की परमपराओं
से पोषित हो जिसकी अतीत में गहन जडे़ हैं जिसे बनाये रखने के लिए अच्छी तरह परवाह करते
हैं ताकि गाँवों और शहरों में पारिवारिक जीवंतता की उष्णता खो न जाये।
आधुनिक
जीवन की गति का झुकाव कुछ ऐसा है कि विश्वास की समृद्ध विरासत के कुछ तत्व खो न जायें।
तथापि यह महत्वपूर्ण है कि पारम्परिक रीति रिवाजों द्वारा व्यक्त आदर्शों को नजरों से
ओझल न होने दिया जाये। और पूर्वजों से प्राप्त आध्यात्मिक विरासत को बनाये रखा जाये,
इसकी रक्षा की जाये तथा इसे ऐसा बनाये कि वर्तमान समय की जरूरतों का उत्तर दे सके। कुँवारी
मरियम आप सबकी सहायता करें जब आप उनको समर्पित अपनी कलीसिया और सम्पूर्ण चेक गणराज्य
देश के समर्पण को नवीकृत करते हैं।