' होली इन्फंट ऑफ पराग्वे ' के तीर्थस्थल में संत पापा का
मेरे अति प्रिय भाइयो एवं बहनों, विश्व प्रसिद्ध ' होली इन्फंट ऑफ पराग्वे ' के तीर्थस्थल
में आकर बहुत मैं अति प्रसन्न हूँ। आज बालक येसु हम सबों को आमंत्रित करते हैं कि हम
उनके इस दुनिया में आने के रहस्य को जानें।
आज हम इस बात को भी जानें कि नाजरेथ
में उन्होंने अपने माता-पिता मरिया और जोसेफ के अधीन नम्रतापूर्वक तीस साल बिताये।
आज
मैं आप लोगों का ध्यान इस बात की भी खींचना चाहता हूँ कि येसु बह ईश्वरीय उपहार हैं जिनके
द्वारा परिवारों की एकता मजबूत होती है।
हम आज ऐसे युवाओं की याद करें जिन्होंने
आपने पारिवारिक जीवन हाल ही में शुरु किया है।
आज हम उन परिवारों के लिये प्रार्थना
करें जो विभिन्न प्रकार की पारिवारिक चुनौतियों का सामना कर रहें हैं, जो रोगग्रस्त हैं
और ईमानदारी के अभाव में बिखर रहें हैं।
हम ऐसे परिवारों को पराग्वे के बालक
येसु के चरणों में सौंप दें ताकि वे उन्हें वह सद्बुद्धि प्रदान करे कि वे समझ सकें कि
परिवार के लिये आपसी प्रेम, स्थायित्व और सामंजस्य कितना महत्त्वपूर्ण है।
परिवार
के सदस्य इस बात को भी समझें कि पारिवारिक मूल्यों की रक्षा होने से सारा समाज और देश
मजबूत होगा और मानव की सच्ची प्रगति हो पायेगी। जब हम बालक येसु को देखें तो हम यह महसूस
करें कि हम कितने मूल्यवान हैं।
बालक येसु आज हमें यह बता रहे हैं कि हम ईश्वर
के पुत्र-पुत्रियाँ हैं और इस तरह से एक-दूसरें के भाई-बहन हैं। येसु हमें बता रहे हैं
कि हमें एक दूसरे का सम्मान करें।
हमें एक-दूसरे का आदर इसलिये नहीं करना है
क्योंकि दूसरे धनी है पर इसलिये करें क्योंकि वे ईश्वर के प्रतिरूप हैं।
बच्चे
तो सचमुच ईश्वर के प्रतिरूप ही हैं, फिर भी कई बच्चों को आज भी वह प्यार और सम्मान नहीं
मिलता है जिसके वे हक़दार हैं। इसके ठीक विपरीत उन पर हिंसा और अत्याचार होते हैं।
हम इस बात को जानते हैं समाज का भविष्य बच्चों पर निर्भर करता है फिर भी हम उन्हें
कई बार नज़रअंदाज़ कर देते हैं।
आज मैं बच्चों को कुछ विशेष बात बतलाना चाहता
हूँ। प्रिय बच्चो, येसु आपलोगों को प्यार करते हैं। आप भी येसु को प्यार करें, आप आज्ञाकारी
बनें, दयालु बनें, और अच्छे बच्चे बनें।
आप येसु के समान अपने माता-पिता को हमेशा
प्रसन्न रखें और सदा ही येसु से जुड़े रहें। मैं और एक बात आप से कहना चाहता हूँ कि आप
येसु से प्रार्थना करें कि वह सभी माता-पिताओं, भाई-बहनों, मित्रों, शिक्षकों और मुझे
भी अपनी विशेष आशिष प्रदान करे।