युद्ध और सशस्त्र संघर्ष समाज के हित में नहीं – संत पापा
कास्तेल गंदोल्फो, 21 सितंबर, 2009। संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने युद्ध की भयंकरता
और विश्व भर में हो रहे सशस्त्र संघर्ष के प्रति लोगों को सचेत किया है।
संत पापा
ने उक्त बातें उस समय कहीं जब वे कास्तेल गंदोल्फो स्थित अपने ग्रीष्मकालीन आवास में
आयोजित रविवारीय देवदूत प्रार्थना के समय लोगों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने
कहा कि युद्ध और विभिन्न संघर्ष में मारे जाने वालों के बारे में ख़बरे सुनने के आदि
हो जाना समाज के हित में नहीं है।
संत पापा ने उन छः इताली सैनिकों की भी याद
की जिनकी मृत्यु बृहस्पतिवार को अफ़गनिस्तान में एक कार बम दुर्घटना में हो गयी थी ।
ज्ञात हो कि जब से इटली ने अफगनिस्तान में अपने सैनिक भेजें हैं उनमें यह सबसे बड़ी
क्षति है।
संत पापा ने मृत सैनिकों के लिये प्रार्थना की और उनके परिवार के सदस्यों
को अपनी सहानुभूति दिखायी।
उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे उन बातों में
योगदान दें जिससे लोगों का विकास हो और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को बढा़वा मिल सके।
उन्होंने
यह भी कहा कि वे प्रार्थना करें ताकि हम हिंसा का विरोध करें और न्याय, मेल-मिलाप और
एकता के लिये एक साथ कार्य कर सकें।
हमारे कार्य करने का आधार हो प्रेम और समझदारी
जिसकी चर्चा मैंने हाल के अपने दस्तावेज़ ' कारितास इन वेरिताते ' में की है।
ज्ञात
हो कि अमेरिका के सुरक्षा विभाग ने सूचना जारी की है कि पिछले नौ वर्षों में अफ़गनिस्तान
में 764 सैनिको की मृत्यु हो गयी है।