संयुक्त राष्ट्र के अनुसार ग़ज़ा में युद्ध अपराध हुए
संयुक्त राष्ट्र संघ की एक ताज़ा रिपोर्ट में कहा गया है कि विगत माहों में ग़ज़ा में
हुए युद्ध के दौरान इसराइली और फिलीस्तीनी दोनों ही पक्षों द्वारा युद्ध अपराध किए गये।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने कहा कि इस बात के प्रमाण मौजूद हैं कि इसराइली और फिलीस्तीनी
सेनाओं ने ग़ज़ा के युद्ध में मानवाधिकारों का घोर अतिक्रमण किया तथा ये अतिक्रमण युद्ध
अपराध की श्रेणी में आते हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि ''इस बात के पर्याप्त
प्रमाण मिले हैं कि गज़ा के युद्ध में इसराइल ने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार और अंतरराष्ट्रीय
क़ानूनों का उल्लंघन किया।" ग़ौरतलब है कि इस वर्ष जनवरी माह में ग़ज़ा युद्ध के दौरान
इसराइल ने ''सामूहिक सज़ाओं'' और ''ज़रुरत से ज़्यादा सेना का प्रयोग किया था। इसी
प्रकार फिलीस्तीनी गुटों पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने भी इसराइल पर रॉकेट और मोर्टार
दागे थे। इस प्रकार के हमले मानवता विरोधी युद्ध अपराधों की श्रेणी में आते हैं। दक्षिण
अफ्रीका के न्यायाधीश रिचर्ड गोल्डस्टोन के नेतृत्व में तैयार की गई उक्त रिपोर्ट के
अनुसार दोनों ही पक्षों ने युद्ध के दौरान अपराध किए हैं। फिलीस्तीनी पक्ष का कहना है
कि इस संघर्ष के दौरान ग़ज़ा में रहने वाले 1400 लोगों की मौत हुई है जबकि इसराइल के
अनुसार यह संख्या 1100 के आसपास है।