मोल्टा, 14 सितंबर, 2009। ईसाइयों के महाधर्मगुरु संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें माल्टा
की प्रेरितिक यात्रा सन् 2010 के अप्रील महीने में करेंगे। संत पापा की प्रस्तावित यात्रा
को संत पौल के जहाज के मोल्टा में क्षतिग्रस्त होने के 1950 वर्ष पूरे होने के अवसर पर
आयोजित किया गया है।
उक्त बात की जानकारी मोल्टा के धर्माध्यक्षों ने एक प्रेस
विज्ञप्ति जारी कर दी। उन्होंने बताया कि संत पापा की इस प्रस्तावित यात्रा के लिये मोल्टा
के राष्ट्रपति जोर्ज अबेला ने उन्हें आमंत्रित किया है।
मोल्टा के लिये यह तीसरा
अवसर होगा जब वे संत पापा का अपने देश में स्वागत कर पायेंगे। ज्ञात हो कि संत पापा जोन
पौल द्वितीय ने सन् 1990 और सन् 2001 में मोल्टा की यात्रायें कीं थीं।
परंपरा
के अनुसार यह विश्वास किया जाता है कि सन् 60 ईस्वी में संत पौल का जहाज मोल्टा में दुर्घटनाग्रस्त
हो गया था जब वे रोम की यात्रा पर थे।
बताया जाता है कि मोल्टा के लोगों ने संत
पौल के वहाँ पहुँचने पर जोरदार स्वागत किया था और संत पौल ने तीन महीनों तक अपना समय
मोल्टा में बिताया था।
संत पौल के बारे में यह कथा भी प्रचलित है कि उसे एक साँप
ने डंक मारा था पर उन्हें कुछ नहीं हुआ और कई मोल्टावासियों ने भी चंगाई प्राप्त की।
वाटिकन समाचार सूत्रों ने बताया कि संत पापा की प्रेरितिक यात्राओं के मुख्य
आयोजक अलबेर्तो गसबारी अक्तुबर माह में मोल्टा जायेंगे ताकि कि यात्रा के कार्यक्रमों
को अंतिम रूप दे सकें।
ज्ञात हो कि मोल्टा को इंगलैंड से सन् 1964 में आज़ादी
मिली। यहाँ कि आबादी 4 लाख 10 हज़ार है और 98 प्रतिशत निवासी काथलिक धर्मावलंबी हैं।