2009-09-08 12:38:56

वाटिकन सिटीः भ्रष्टाचार के विरुद्ध धार्मिक नेताओं ने उठाई आवाज़


वाटिकन के विश्वव्यापी उदारता संगठन कारितास ने अन्य धर्मों के नेताओं के साथ मिलकर भ्रष्टाचार के विरुद्ध अपनी आवाज़ बुलन्द की है।

संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव को लिखे एक पत्र में विश्व के कल्याणकारी संगठनों के निर्देशकों तथा विभिन्न धर्मों के लगभग 50 नेताओं ने कहा कि भ्रष्टाचार निर्धनता का सबसे प्रमुख कारण है।

ग़ौरतलब है कि सन् 2003 में संयुक्त राष्ट्र संघीय महासभा ने भ्रष्टाचार के विरुद्ध एक सुलह पारित की थी जिसमें सदस्य देशों ने विश्व से भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिये समन्वित प्रयासों का प्रण किया था। इसी सुलह के पुनरावलोकन के लिये इस सप्ताह ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना में एक कार्यकारी समिति की बैठक आयोजित है।

कारितास इन्टरनेशनल के महासचिव लेज़ली एन नाईट के नेतृत्व में धार्मिक नेताओं ने उक्त समिति का ध्यान इस बात की आकर्षित कराया है कि भ्रष्टाचार को खत्म किया जाना विकास के लिये एक अपरिहार्य शर्त है।

संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव बान की मून को प्रेषित पत्र में धार्मिक नेताओं ने कहा कि भ्रष्टाचार निर्धनता का मुख्य कारण है जिसके परिणाम स्वरूप निर्धन लोग शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा तथा अपने जीविका के साधनों से वंचित हो जाते तथा आशा खो देते हैं।

उन्होंने कहा कि नीति निर्धारण प्रक्रिया में पारदर्शिता एवं नागर समाज की भागीदारी से भ्रष्टाचार को समाप्त किया जा सकता तथा लोगों में विश्वास जगाया जा सकता है। साथ ही उन्हें यह आश्वासन दिया जा सकता है कि जिन लोगों के हाथों में उन्होंने अपने देश की बागडोर सौंपी हैं वे सबके कल्याण के लिये ही कार्य करेंगे।









All the contents on this site are copyrighted ©.