कास्तेल गोंदोल्फो स्थित प्रेरिति्क निवास में 2 सितम्बर को संत पापा ने संत अगुस्तीन
पर निर्मित फिल्म देखा। इसके बाद उन्होंने फिल्म के सारांश पर चिंतन प्रस्तुत करते हुए
कहा कि हमारे चारों ओर समस्याएँ, तकलीफें और असफलताएँ हैं इसके बावजूद अंत में सत्य ही
हमें धारण करता तथा मानव को दृढ़ रखता है। उन्होंने कहा कि यह फिल्म आध्यात्मिक यात्रा
है जो विगत सदियों को हमारे सामने लाती है, मानव की प्रकृति एक जैसी है तथा अंतिम लक्ष्य
भी सत्य है। बाह्य नजरिये से संत अगुस्तीन के जीवन का समापन त्रासदीपूर्ण प्रतीत होता
है। वह संसार जिसमें वे जीवन जीये समाप्त या नष्ट हो गया लेकिन जैसा कि ज्ञात है उनका
संदेश सदैव साथ रहा है। यहाँ तक कि बहुत तेजी से परिवर्तनशील संसार में भी इस संदेश की
सार्थकता है क्योंकि सत्य और परोपकार के लिए मार्गदर्शन करना सामान्य नियति है। संत पापा
ने संत अगुस्टीन के जीवन पर फिल्म निर्माण करने के लिए बावेरियन टेलिविजन, लुक्स वाइड
एवं राई के प्रति आभार व्यक्त किया।