हैदराबाद, 29अगस्त, 2009। आंध्रप्रदेश की विधान सभा के दलित ईसाइयों को एससी का दर्जा
देने के विचार का भारतीय जनता पार्टी ने विरोध किया है और कहा है कि वे इसके विरुद्ध
में आंदोलन करेंगे।
सरकार के उस निर्णय को भारतीय जनता पार्टी के पूर्व केन्द्रीय
मंत्री बन्दारु दत्तारेया ने संविधान विरोधी बताया है।
दलित ईसाइयों को सेड्यूल
कास्ट का दर्जा मिले। उन्होंने बताया कि यह काँग्रेस की सरकार की योजना थी कि वह यह दर्जा
नये ईसाइयों को दें पर सुप्रीम कोर्ट ने सन् 1986 ईस्वी में ही स्पष्ट कर दिया था कि
वह नये ईसाइयों को यह सुविधा नहीं दे सकते।
अगर दलित ईसाइयों को एससी का दर्जा
दिया जाता है तो एससी या अनुसूचित जाति के लोग अपने जायज अधिकारों को पाने से वंचित कर
दिये जायेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री वाई. एस. राजसेखरा रेड़्डी
सरकार अल्पसंख्यकों को अपना वोट बैंक बनाना चाहती है।