लोकतंत्र ही शांति और विकास का सर्वश्रेष्ठ मार्ग है
तिमोर लेसेतो में जनमत संग्रह कराये जाने की 10 वीं बरसी पर भेजे गये वीडियो सेदेश में
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव ने तिमोर लेस्ते के नागरिकों को बधाई देते हुए कहा है
कि तिमोर लेसते ने विश्व को दिखाया है कि लोकतंत्र ही शांति और विकास का सर्वश्रेष्ठ
मार्ग है। अपने संदेश में श्री मून ने कहा कि 10 वर्ष पूर्व विश्व ने देखा कि तिमोर के
लोगों ने आत्म निर्णय के अधिकार का उपयोग कर लोकतंत्र के प्रति अपने समर्पण को दिखाया
तथा साहसपूर्वक मतदान करने के द्वारा साहसपूर्वक अपने भविष्य को चुना। दशकों की हिंसा
संघर्ष और निराशा के बाद जनमत संग्रह शांतिपूर्ण कदम था। मतदान के परिणाम घोषित किये
जाने के बाद भी घोर विनाश हुआ तथा तिमोर लेस्ते को बड़े स्तर की आर्थिक राजनैतिक और सामाजिक
समस्याओं का सामना करना हुआ. आजादी के आरम्भिक वर्षों में इन चुनौतियों का सामना करना
प्रमुख काम रहा है। राष्ट्र निर्माण का काम सहज नहीं रहा है। सन 2006 में संकट आया लेकिन
संयुक्त राष्ट्र संघ और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सहायता की इसे जरूरत रही। तिमोर की जनता
और इसके नेताओं ने इन चुनौतियों का सामना करते हुए विश्व को दिखाया है कि सतत शांति और
विकास का सर्वोत्तम पथ लोकतंत्र है। आजादी मिलने के 7 वर्षों में ही देश में सब प्रमुख
लोकतांत्रिक संस्थानों की स्थापना की गयी है। अब इन्हें मजबूती प्रदान करनी है। श्री
मून ने कहा है कि तिमोर लेस्ते की प्रगति इतिहास के पथ को शांतिपूर्ण साधनों के माध्यम
से बदलने की ताकत को दिखाती है। लोकतंत्र विधान का शासन, मानवीय मर्य़ादा तथा देश के सबलोगों
के मानवाधिकारों के प्रति सम्मान पर आधारित प्रगतिशील समाज की रचना करने के प्रयास में
संयुक्त राष्ट्र संघ तिमोर लेस्ते को समर्थन और सहयोग देना जारी रखेगा।