कास्तेल गंदोल्फो, इटली, 24 अगस्त, 2009। ईसाइयों के महाधर्म गुरु संत पापा बेनेदिक्त
सोलहवें ने कहा है कि ईसाई जीवन आसान नहीं है।
कई बार ईसाइयों को सामान्य धारा
के विरुद्ध जीवन जीना पड़ता है क्योंकि येसु ने भी ऐसा ही किया।
संत पापा ने उक्त
बातें उस समय कहीं जब वे ग्रीष्मकालीन आवास कास्तेल गंदोल्फों में देवदूत प्रार्थना के
लिये एकत्रित तीर्थयात्रियों को संबोधित कर रहे थे।
संत पापा रविवार के लिये
प्रस्तावित संत योहन के सुसमाचार पर अपने विचार देते हुए कहा कि कई लोगों ने येसु का
साथ छोड़ दिया क्योंकि उन्होंने पाया कि येसु के मूल्यों के अनुसार चलना आसान नहीं हैं।
संत पापा ने आगे कि येसु ने जो प्रश्न अपने शिष्यों को किये थे कि ' क्या तुम
भी मुझे छोड़ कर जाना चाहते हो ' यह सवाल आज भी प्रासांगिक है।
संत पापा ने
लोगों को प्रोत्साहन देते हुए कहा कि हमें भी चाहिये कि हम संत पीटर के समान ही अपना
विश्वास प्रकट करें।
हम यह भी जानें कि हम कमजोर हैं पर इसे कदापि न भूलें कि
पवित्र आत्मा हमारे साथ है।
उन्होंने आग कहा कि विश्वास ईश्वर का वरदान है और
साथ ही मानव का समर्पण भी है। सही मायने में ईश्वर की आवाज़ सुनना ही विश्वास है ताकि
वह हमारे लिये हमारे पाँव का दीपक बन सके।