इराक में धर्माध्यक्षों ने 19 अगस्त को हुए बम विस्फोटों पर गहन शोक और दु-ख प्रकट किया
इराक में बगदाद के दो काथलिक धर्माध्यक्षों ने 19 अगस्त को हुए बम विस्फोटों पर गहन शोक
और दु-ख प्रकट किया है जिसमें 95 लोग मारे गये तथा 500 से अधिक लोग घायल हुए। खाल्दीयाई
रीति के सहायक धर्माध्यक्ष स्लेमोन वारदूनी ने 20 अगस्त को काथलिक समाचार सेवा से फोन
पर बातचीत करते हुए कहा कि हिंसा के इन कृत्यों से हम सब कुछ खो रहे हैं। जब शांति नहीं
है तो हम प्रार्थना, अध्ययन और काम नहीं कर सकते यहाँ तक कि चल भी नहीं सकते हैं। उन्होंने
कहा कि बगदाद के ईसाई बहुत व्यथित और उदास हैं और हिंसा की भर्त्सना करते हैं। उन्होंने
कहा कि वे सर्वशक्तिमान ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वे प्रत्येक जन के मन को खोलें
और विवेक प्रदान करें ताकि इराक के पुर्ननिर्माण, देश में शांति और सुरक्षा, देश के विकास
और इराक के प्रत्येक निवासी के कल्याण हेतु जो सर्वोत्तम है उसे कर सकें। लातिनी रीति
के महाधर्माध्यक्ष ज्यां स्लेईमान ने कहा कि इस हिंसा से वे व्यथित हैं क्योंकि हिंसा
का भय सर्वत्र व्याप्त हो गया है। उन्होंने कहा कि 19 अगस्त को हुए बम विस्फोट में बगदाद
स्थित अवर लेडी ओफ फातिमा चर्च बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। यद्यपि उनका मानना है
कि गिरजाघर को बम विस्फोट का निशाना नहीं बनाया गया था लेकिन निकटवर्ती स्थलों पर हुए
विस्फोटों के कारण चर्च की छत क्षतिग्रस्त हो गयी। उन्होंने कहा कि हिंसा का असर प्रत्येक
व्यक्ति पर हो रहा है। इराक के ईसाईयों को प्रोत्साहन देना एक प्रमुख चुनौती है।