क्वीतोः इक्वाडोर को ईश्वर की ज़रूरत, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें
इक्वाडोर की स्वतंत्रता की दूसरी शताब्दी के उपलक्ष्य में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें
ने एक सन्देश प्रेषित कर इस बात का स्मरण दिलाया है कि ईश्वर के बिना कोई भी देश अपना
भावी निर्माण नहीं कर सकता।
वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल तारचिसियो बेरतोने ने
सन्त पापा का सन्देश इक्वाडोर के काथलिक धर्माधिपति महाधर्माध्यक्ष राउल वेला चिरीबोगा
को प्रेषित किया। देश की स्वतंत्रता के उपलक्ष्य में 10 अगस्त को, राजधानी क्वीतो में,
आयोजित ख्रीस्तयाग समारोह के दौरान सन्त पापा का सन्देश पढ़ा गया।
सन्देश में
कहा गया कि इक्वाडोर की स्वतंत्रता की दूसरी शताब्दी के उपलक्ष्य में सन्त पापा बेनेडिक्ट
16 वें सभी इक्वाडोर निवासियों के प्रति हार्दिक मंगलकामनाएँ व्यक्त करते तथा अपनी प्रार्थनाओं
द्वारा उनके समीप रहने का आश्वासन देते हैं। सन्त पापा प्रभु ईश्वर से याचना करते हैं
कि इक्वाडोर के लोग अपने महान मानवीय एवं ख्रीस्तीय मूल्यों के प्रति निष्ठावान रहकर
ऐसे समाज के निर्माण में अपना योगदान देंगे जो भाईचारे से परिपूर्ण हो तथा न्याय एवं
एकात्मता पर आधारित हो।
इसके अतिरिक्त, सन्देश में यह लिखा गया कि सन्त पापा
की आशा है कि इक्वाडोर के नागरिक ईश्वरीय सहायता में अपने विश्वास द्वारा समर्थित होंगे
क्योंकि ईश्वर को अपना आदि एवं अन्त स्वीकार किये बिना मनुष्य खुद अपने भविष्य का निर्माण
करने में असमर्थ है।