नई दिल्लीः फादर दोमनिक एम्मानुएल भारत के मैत्री पुरस्कार से सम्मानित
नई दिल्ली में, 12 अगस्त को, देहली महाधर्मप्रान्त के प्रवक्ता फादर दोमनिक एम्मानुएल
को राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने भारतीय सरकार के "साम्प्रदायिक मैत्री पुरस्कार सन् 2008"
से सम्मानित किया। इस विषय में पत्रकारों से फादर दोमनिक ने कहा, "हमें केवल एक दूसरे
को सहन नहीं करना चाहिये बल्कि मेलमिलाप से जीवन यापन करना चाहिये तथा एक दूसरे के प्रेम
में विकसित होना चाहिये"। फादर दोमनिक विगत दो दशकों से देश के विभिन्न क्षेत्रों
में अपने रेडियों सन्देशों, लेखों, पुस्तकों तथा फिल्मों के माध्यम से प्रेम एवं मैत्री
का सन्देश पहुँचाते रहे हैं। राजस्थान के अजमेर में अपना बाल्यकाल व्यतीत करने वाले
फादर दोमनिक कहते हैं, "बचपन से ही मन्दिरों में बजती घंटियाँ एवं मस्जिदों में मौलवियों
की नमाज़ मन में गूँजती रही। सन्ध्या समय अपने मुसलमान एवं सिंधी पड़ोसियों से कहानियाँ
सुनी और तब से ही यह विचार मन में पक्का हो गया कि एकसाथ मिलकर जीना कितना सुहावना है"।
समाज कार्यकर्त्ता राम पुनयानी, ग़ैरसरकारी संस्था सेतु चैरिटेबल ट्रस्ट तथा अनजुमन
सैर-ए-गुल को भी उक्त पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पुरस्कार में संगठन को पाँच लाख
तथा व्यक्ति को दो लाख रुपये दिये जाते हैं।