2009-08-14 15:28:01

पाकिस्तान में ईशनिन्दा कानून का बहुत बार उपयोग हिंसा फैलाने के लिए


वाटिकन के एक अधिकारी ने कहा है कि पाकिस्तान में ईशनिन्दा कानून जिसका उपयोग बहुत बार हिंसा फैलाने के लिए चरमपंथी मुसलमानों द्वारा किया जाता है यह ईसाईयों और अन्य अलपसंख्यक धार्मिक समुदायों के ऊपर लटकती हुई तलवार के समान है। पाकिस्तान में वाटिकन के प्रेरिति्क राजदूत महाधर्माध्यक्ष अदोल्फो यलाना ने कहा कि उन्हें भय है कि बहुसंखय्क मुसलमानों और अल्पसंख्यक ईसाईयों के मध्य बढ़ता तनाव कहीं और अधिक हिंसा को बढ़ावा न दे। वे अंतरधार्मिक परिस्थिति पर विचार विमर्श करने के लिए उच्च पदस्थ पाकिस्तानी अधिकारियों से मिल रहे थे। 1 अगस्त को पाकिस्तान में ईसाई समुदाय पर किये गये हमले जिसमें 8 लोग मारे गये थे इस प्रकरण के संदर्भ में महाधर्माध्यक्ष महोदय ने 12 अगस्त को वाटिकन समाचारपत्र लोजरवातोरे रोमानो को दिये एक साक्षात्कार में टिप्पणी करते हुए उक्त बातें कहीं। ज्ञात हो कि पाक कुरान का अपवित्रीकरण किये जाने की अफवाह फैलने पर मुसलमानों की भीड़ ने गोजरा गाँव में ईसाईयों के अनेक घरों पर हमला करते हुए आग लगा दी थी। पाकिस्तान के कानून के अनुसार पाक कुरान या पैगमबर मुहम्मद की अपकीर्ति करने के लिए कड़ी सज़ा का प्रावधान है। महाधर्माध्यक्ष यालाना ने कहा कि व्यवहारिक रूप से ईशनिन्दा कानून ईसाईयों पर किसी प्रकार का दोषारोपण करने के लिए एक आसान साधन बन गया है, उन्होंने उदाहरण के लिए कहा कि कोई ईसाई अपना ऋण नहीं चुकाता है तो उसपर ईशनिन्दा करने का दोषारोपण किया जाता है और इससे हिंसा को बल मिलता है।








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