अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता संबंधी अमरीकी आयोग की सतर्कता सूची 2009 में भारत
का नाम शामिल
धार्मिक अल्पसंख्यक समुदायों विशेष रूप से ईसाईयों के खिलाफ बढ़ती हिंसा तथा सन 2008
की हिंसा के विरूद्ध सरकार के अपर्याप्त जवाब को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता
संबंधी अमरीकी आयोग ने 2009 की सतर्कता सूची में भारत के नाम को भी शामिल किया है जहाँ
धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति पर निकट से नजर रखी जानी है। इस रिपोर्ट की घोषणा 12 अगस्त
को की गयी। वैसे तो अमरीकी आयोग अपनी वार्षिक रिपोर्ट मई माह में प्रकाशित कर चुका था
लेकिन आयोग ने धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति पर भारत में सरकारी अधिकारियों, धार्मिक
नेताओं और कार्य़कर्त्ताओं के साथ विचार विमर्श करने के लिए भारत का दौरा करने की अनुमति
माँगी थी लेकिन भारत सरकार ने अमरीकी प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को वीसा नहीं दिया और
भारतीय अधिकारियों ने भी मुलाकात के लिए अन्य तिथि नहीं दिया। आयोग के अध्यक्ष लियोनार्द
लियो ने काथलिक समाचार सेवा से 13 अगस्त को कहा कि समिति के सदस्य भारत के लोकतांत्रिक
समाज और अमरीका के साथ भारत के बढ़ते संबंध से उत्साहित हैं तथापि कुछ गंभीर समस्याएं
हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने उड़ीसा की स्थिति के बारे में कहा कि मौन
रहने की अपेक्षा रचनात्मक विचार विमर्श करना बेहतर है जहाँ विगत वर्ष हिंसा की घटनाएँ
हुई थीं।