चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार देश के पूर्वी जेजियांग प्रान्त में मोराकोट तूफान
और घनघोर वर्षा के कारण हुए भूस्खलन में कम से कम छह इमारतें ढह गईं हैं तथा सैकड़ों लोग
जिंदा दफन हो गए हैं। शिन्हुआ ने बचाव दल के सदस्यों के हवाले से कहा है कि इस बात
का तत्काल पता नहीं लग सका है कि मलबे में कितने लोग दबे हुए हैं। छह लोगों को जिंदा
बाहर निकाल लिया गया है। कीचड़ और पत्थरों की वजह से बचाव कार्य मुश्किल हो रहा है। बताया
जाता है कि मोराकोट तूफान के आगमन के बाद से दक्षिणी चीन से लगभग दस लाख लोगों को उनके
घरों से दूर अन्यत्र भेजा गया है। चीन में कम से कम दो हज़ार छोटे बड़े आवास ध्वस्त हो
गये हैं। तायवान में तूफान और अधिक खौफनाक था जहाँ 12 व्यक्तियों के मरने की पुष्टि
हो गई है, 52 लोग लापता हैं तथा 32 घायल हो गये हैं। लगभग 3,200 हेक्टेयर कृषि भूमि नष्ट
हो गई है। बताया जा रहा है कि मोराकोट तूफान के दौरान 2.5 मीटर वर्षा हुई जो विगत सौ
वर्षों में अब तक सर्वाधिक घनघोर वर्षा है। बाढ़ के कारण 50 सेतुओं को बन्द कर दिया गया
है। तायवान के तायतुँग प्रान्त में एक छ मंज़िला होटेल ढह गई है, एक लाख सत्तर हज़ार
घर बिना बिजली के तथा साढ़े चार लाख घर बिना पेयजल के रह गये हैं। सेना द्वारा राहत कार्य
जारी है। उधर जापान में भी तूफान का प्रकोप फैला जहाँ नौ व्यक्तियों के मरने की पुष्टि
हो गई है जबकि दस लापता हैं।