मनीला 1 अगस्त, 2009। फिलीपींस की पूर्व नेता तथा लोकतांत्रिक प्रतीक मानी जाने वाली
कोराजोन एक्विनो का शनिवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह पिछले एक साल से अधिक
समय से आंत के कैंसर से पीड़ित थीं। वह 76 वर्ष की थीं।
एक्विनो मनीला के मकाती
मेडिकल सेंटर में भर्ती थीं। अस्पताल के बाहर उनके बेटे सीनेटर बेनिगनो एक्विनो जूनियर
ने बताया कि " हमारी मां आज तड़के तीन बजकर 18 मिनट पर गुजर गई। "
राष्ट्रपति
के प्रवक्ता सेर्ज रेमोंडे ने कहा कि सरकार ने एक्विनो के निधन पर एक सप्ताह के राष्ट्रीय
शोक की घोषणा की है तथा उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
एक्विनो
विपक्ष के नेता बेनिगनो 'निनोय' एक्विनो की विधवा थीं। उनके पति की हत्या कर दी गई थी।
1986 में वह उस समय सुर्खियों में आईं थीं जब उन्होंने ' पीपल पावर ' अर्थात् ' जनशक्ति
' के नाम से व्यापक आंदोलन चलाया जिससे दिवंगत तानाशाह फर्दिनंद मारकोस का तख्ता पलट
गया था। पूर्व में वह एक गृहिणी थीं, जो अनिच्छा के बावजूद राष्ट्रपति बनीं।
उन्होंने
फिलीपींस में लोकतंत्र की बहाली की तथा दोबारा से देश का संविधान लिखा। गत वर्ष मार्च
तक वह सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़कों पर होने वाले विरोध प्रदर्शनों में
सक्रिय थीं।
मार्च में जब उन्हें आंत का कैंसर होने के बारे में पता चला तो उन्होंने
सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लिया। एक महीने पहले उनके वजन में आई भारी कमी तथा भूख
बंद हो जाने के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।