कट्टरपंथी मुसलिमों के गुस्से में भस्म एक ईसाई गाँव
कोरियान, 1 अगस्त, 2009। पाकिस्तान के पंजाब प्रोविंस के गाँव कोरियान नामक एक ख्रीस्तीय
गाँव में 31 जुलाई की रात को मुसलिमों के एक क्रोधित भीड़ ने आग लगा दिया जिससे पूरा
गाँव जल कर राख हो गया।
उकान समाचार सूत्रों के अनुसार कोरियान गाँव में करीब
एक सौ ईसाई परिवार रहा करते थे जो मुख्यतः श्रमिक थे। समाचार के अऩुसार किसी के मारे
जाने की ख़बर नहीं है। कोरियान गाँव फैसलाबाद धर्मप्रांत में अवस्थित है।
उकान
समाचार ने बताया कि मुसलिमों का आरोप है कि ईसाइयों ने उनके धर्म का अनादर किया है। गाँव
में आग लगा दिये जाने से 60 मकान जल कर राख हो गये और दो गिरजाघरों को भी जला दिया गया
है।
जलाया गया एक गिरजाघर चर्च ऑफ पाकिस्तान औऱ दूसरा न्यू अपोस्तोलिक चर्च
का था। लोगों ने बताया कि जलाने के पहले हिंसक भीड़ ने लोगों के सामानों को चुरा ले गये।
उस
गाँव के एक निवासी सुभाष मसीह ने बताया कि मुसलिम उग्र भीड़ ने आग लगाया और सड़क जाम
कर दिया ताकि पुलिस घटना स्थल तक न पहुँच सके। घटना की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया
कि 26 जुलाई को ईसाई परिवार में शादी का कार्यक्रम था और मुसलमानों ने कुरान का एक पन्ना
पाया।
मुसलमानों ने तुरन्त आरोप लगाया कि उनके धर्मग्रंथ का अनादर हुआ है। उस
परिवार के सदस्यों ने कहा कि उस पन्ने के बारे में तो उन्हें कुछ जानकारी भी नहीं है
फिर भी वे उसके लिये क्षमा की याचना करते रहे पर उन्होंने उनकी एक न सुना और पूरे गाँव
में आग लगा दिया।
स्थानीय ईसाई नेताओं ने इस घटना की निन्दा की है।
ज्ञात
हो कि मुसलिम नियम के अनुसार अगर कोई व्यक्ति नबी मुहम्मद का अपमान करता है तो उसे मृत्यु
दंड मिलना है और अगर कोई कुरान का अपमान करते है तो उसे आजीवन कारावास की सजा मिलती है।
पंजाब के मुख्य मंत्री शाहबाज शरीफ़ ने भी इस घटना की कड़ी निन्दा की, लोगों
को प्रति अपनी सहानुभूति दिखलायी और उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे
इस क्षेत्र में तुरन्त शांति और व्यवस्था बहाल करें।