रोमः सन्त पापा का नवीन विश्व पत्र इताली सिनेट के समक्ष प्रस्तुत
रोम में मंगलवार को वाटिकन के राज्य सचिव कार्डिनल तारचिसियो बेरतोने ने इताली सिनेट
के समक्ष सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के नवीन विश्व पत्र Caritas in Veritate अर्थात्
सत्य में उदारता को प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर सिनेट के सदस्यों को सम्बोधित
करते हुए कार्डिनल महोदय ने कहा कि सत्य एवं उदारता ही वह प्रमुख प्रेरक शक्ति है जो
प्रत्येक व्यक्ति एवं सम्पूर्ण मानव जाति के अखण्ड विकास के प्रति अभिमुख रहा करती है।
उन्होंने कहा कि सत्य एवं उदारता अथवा प्रेम ऐसे दो गुण हैं जो स्वयं ईश्वर द्वारा मानव
हृदय एवं मानव मस्तिष्क में आरोपित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि मानव अस्तित्व पर चिन्तन
करने वाला प्रत्येक मनुष्य इस मानवीय वास्तविकता को समझ सकता है।
कार्डिनल बेरतोने
ने कहा कि सन्त पापा ने इस विश्व पत्र द्वारा आर्थिक एवं सामाजिक जीवन के द्विभागीकरण
के प्रति सचेत करना चाहा है। उन्होंने कहा कि आज के विश्व में मनुष्य यह मान बैठा है
कि आर्थिक जगत में काम करने का अर्थ केवल लाभ प्राप्त करना है जबकि आर्थिक एवं सामाजिक
जीवन को किसी भी प्रकार अलग नहीं किया जा सकता। व्यक्ति को आर्थिक जगत में सक्रिय रहते
हुए भी सामाजिक कल्याण की बात सोचना चाहिये।
उन्होंने कहा कि विश्व पत्र वर्तमान
आर्थिक संकट पर ध्यान आकर्षित कराता है तथा इसके कारणों को गिनाता है जो आधुनिक जगत के
लोगों में आये स्वार्थ एवं अनैतिकता से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि सन्त पापा का विश्व
पत्र यद्यपि काथलिकों को सम्बोधित है तथापि यह सभी शुभचिन्तकों के लिये चिन्तन का विषय
हो सकता है। उन्होंने आशा व्यक्त की इटली के ज़िम्मेदार शासनाधिकारी सन्त पापा के शब्दों
पर मनन करेंगे तथा उनसे अपने मिशन के लिये प्रेरणा ग्रहण कर पायेंगे ताकि वर्तमान विश्व
की चुनौतियों के समक्ष उपयुक्त नैतिक एवं सांस्कृतिक तथा आर्थिक एवं सामाजिक समाधानों
को ढूँढ़ा जा सके।