मादूराई, 26 जुलाई, 2009। मानवाधिकारों की रक्षा के लिये बने अन्तरकलीसियाई संगठऩ ने
एक चेन्नई में एक सेमिनार का आयोजन किया और कंधमाल की स्थिति पर विचार किया।
सभा
को संबोधित करते हुए जेस्विट फादर जोसेफ जेवियर ने कहा है कंधमाल में हुए ईसाई विरोधी
हिंसा ने एक बात स्पष्ट कर दिया है कि अब ईसाइयों को एक साथ मिलकर करना ज़रूरी हो गया
है ताकि विरोधी ताकत हमारे अधिकारों से हमें वंचित न करें।
सेमिनार का आयोजन
विगत 14 जुलाई को संत मेरीज हाईयर सेकेन्डरी स्कूल में सम्पन्न हुआ।
इस अवसर
पर बोलते हुए फादर एन्जेल राज ने कहा कि ऐसे समय में ईसाई यह न सोंचे कि हिंसा उड़ीसा
के कंधमाल में हुआ है। किसी भी निर्दोष व्यक्ति पर किया गया हिंसा मानवता पर हमला है।
उन्होंने आगे कि अब समय आ गया है विरोधी ताकतों का दृढ़ता से सामना करने का और
पूरे भारतवासियों को चाहिये कि वे शांति के लिये कार्य करें।
इस सेमिनार में
करीब तीन सौ लोगों ने भाग लिया जिसमें धर्मसमाजियों के अलावा कई लोकधर्मियों ने भी इसमें
खुलकर हिस्सा लिया।