रायपुर में क्षेत्रीय आध्यात्मिकता केन्द्र का उद्धाटन
रायपुर, 14 जुलाई, 2009। संत पापा द्वारा घोषित पुरोहितों के वर्ष में मध्यप्रदेश और
छत्तीसगढ़ के धर्माध्यक्षों ने रायपुर में सेमिनेरियनों के आध्यात्मिक विकास के लिये
एक क्षेत्रीय आध्यात्मिकता केन्द्र का खोल दिया है। कार्यक्रम के अनुसार रायपुर के
महाधर्माध्यक्ष जोसेफ अगुस्टिन चरनाकुनेल ने 7 जुलाई को बिलासपुर के निकट रिसदा ग्राम
में आयोजित एक यूखरिस्तीय समारोह के द्वारा इस केन्द्र का उद्धाटन किया। इस अवसर
पर बोलते हुए अंबिकापूर के धर्माध्यक्ष पतरस मिंज ने कहा कि ईश्वर पुरोहितों को बुलाते
है ताकि वे अपने पवित्र जीवन के द्वारा विश्वासियों को मदद दे कि वे भी अपना जीवन ईश्वर
के योग्य बना सकें। भोपाल के महाधर्माध्यक्ष लेओ कोरनेलियो ने आशा व्यक्त की है कि
क्षेत्रीय आध्यात्मिकता केन्द्र के खुल जाने से इससे भविष्य के पुरोहितों की आध्यात्मिकता
मजबूत होगी जो उनके प्रेरितिक कार्यों में सहायक सिद्ध होगा। ज्ञात हो कि इस आध्यात्मिकता
केन्द्र में एक वर्ष का कार्यक्रम चलाया जायेगा जिसमें वे लोग हिस्सा ले पायेंगे जिन
प्रशिक्षुओं ने अपना फिलोसॉफी और एक साल का रिजेन्सी समाप्त किया है। उक्त बात की जानकारी
स्थानीय रेक्टर फादर ग्रेगोरी तिग्गा ने दी। इस साल 11 सेमिनेरियनस इस कोर्स में भाग
लेंगे। फादर तिग्गा ने कहा है कि आध्यात्मिकता केन्द्र समय की माँग है ताकि आज की
उपभोक्तावादी दुनिया की चुनौतियों के बीच भी पुरोहितों का जीवन सुदृढ़ रह सके। इस
अवसर पर 7 धर्माध्यक्ष जशपुर धर्मप्रांत के प्रशासक और बड़ी संख्या में पुरोहित सेमिनेरियन
और धर्म बहनें उपस्थित थीं। ज्ञात हो कि भारत में कई धर्मप्रांतों में इस प्रकार
का क्षेत्रीय आध्यात्मिकता केन्द्र पहले से ही कार्य करने लगा है।