2009-07-14 15:25:47

यूरोपीय विश्वविद्यालयीन छात्रों को संत पापा का संदेश


विश्वविद्यालयीन परिसर में सुसमाचार प्रचार विषय पर रोम में आयोजित सम्मेलन में भाग लेने के लिए आये 1100 यूरोपीय विश्वविद्यालयीन छात्रों को संत पापा ने शनिवार को सम्बोधित किया था। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन संत बेनेडिक्ट के पर्वदिवस पर सम्पन्न हो रहा है। वे विद्यार्थियों को इस महान संत का अनुसरण करने के लिए प्रोत्साहन देते हैं ताकि समाज में यथार्थ ख्रीस्तीय संस्कृति का प्रसार करें। संत पापा ने कहा कि विश्वविद्यालयों में ख्रीस्तीय उपस्थिति पहले से कहीं माँग करती तथा आकर्षक बन रही है क्योंकि विगत सदियों के समान विश्वास का आह्वान किया जा रहा है कि यह ज्ञान की सेवा में बहुमूल्य सेवा अर्पित करे जो आधुनिक समाज में विकास का सच्चा इंजन है। विश्वास के योगदान से समृद्ध ज्ञान से व्यक्ति में वह क्षमता आती है कि वह भविष्य की और देख सके और जीवन तथा इतिहास के प्रति शुद्ध भौतिकवादी दर्शन के प्रलोभन पर विजय प्राप्त कर सके। संत पापा ने पुष्टि किया कि ज्ञान के विकास के लिए कार्य़ करना विश्वविद्यालय की विशिष्ट बुलाहट है और मानवजाति के ज्ञान की विशालता और जटिलता को देखते हुए विश्वविद्यालय को उच्च स्तर के नैतिक और आध्यात्मिक गुणों की जरूरत है। संत पापा ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा कि वे यूरोप के भविष्य हैं।








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