2009-07-09 14:57:36

संत पापा ने परमधर्मपीठीय समिति एक्लेशिया देई की पुर्नसंरचना की


संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने मोतू प्रोपियो अर्थात स्वविवेक से जारी पत्र एक्लेशिया यूनितातेम के द्वारा परमधर्मपीठीय समिति एक्लेशिया देई की पुर्नसंरचना करते हुए इसे विश्वास संबंधी परमधर्मपीठीय समिति के साथ संयुक्त कर दिया है ताकि धर्मसैद्धांतिक वार्तालाप के इसके मिशन में सहायता मिल सके। एकलेशिया देई की स्थापना 1988 में उन समुदायों और लोगों के लिए की गयी थी जो संत पियुस दसवें समाज तथा समान समूहों के हैं तथा संत पेत्रुस के उत्तराधिकारी के साथ पूर्ण रूप से संयुक्त होने के लिए लौटना चाहते हैं। पत्र में कहा गया है कि समिति के अध्यक्ष अब विश्वास संबंधी पराधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल विलियम लेवादा होंगे। कार्डिनल लेवादा ने कहा कि इस पत्र के द्वारा संत पापा ने संत पियुस दसवें समाज के प्रति विशिष्ट और पिता तुल्य दर्शाना चाहा ताकि उन समस्याओं को दूर किया जा सके जो कलीसिया के साथ पूर्ण एकात्मता के मार्ग में अब भी बाधक हैं। इस समिति में अब विश्वास संबंधी परमधर्मपीठीय समिति के अनेक अधिकारी हैं तथा मान्यवर गुईदो पोतसो सचिव नियुक्त किये गये हैं जो अंतरराष्ट्रीय ईशशास्त्रीय समिति के संयुक्त सचिव तथा विश्वास और धर्मसिद्धांत संबंधी पराधर्मपीठीय समिति में अधिकारी भी हैं। समिति के नये अध्यक्ष ने संत पापा को उनके इस निर्णय के द्वारा प्रदर्शित भरोसे के लिए धन्यवाद देते हुए उन्हें समिति के अधिकारियों की ओर से संत पियुस दसवें समाज के साथ धर्मसैद्धांतिक वार्तालाप के प्रति समर्पण का आश्वासन दिया है। संत पापा ने हस्तलिखित पत्र के द्वारा समिति के पूर्व अध्यक्ष कार्डिनल दारियो कास्तरिलोन होयोस को एक्लेशिया देई के कार्यों के प्रति उनके महान समर्पण के लिए धन्यवाद दिया है। शनिवार को 80 वर्ष पूरा करनेवाले कार्डिनल कास्तरिलोन समिति से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। कोलम्बिया के मेडलिन निवासी कार्डिनल कास्तरिलोन 1996 से 2006 तक याजकों के धर्मसंघ के अध्यक्ष रहे थे।








All the contents on this site are copyrighted ©.