' कोरपुस ख्रीस्ती ' का त्योहार विश्वास को मजबूत करे - संत पापा
वाटिकन सिटी, जून 10, 2009 । संत पापा ने कहा है कि येसु के बदन और रक्त का त्योहार ईसाइयों
को इस बात के लिये आमंत्रित करता है कि वे येसु और यूखरिस्त के प्यार में बढ़ें।
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पापा ने उक्त बातें उस समय कहीं जब उन्होंने बुधवार 10 जून को संत पेत्रुस महागिरजाघर
के प्रांगण में एकत्रित तीर्थयात्रियों, युवाओं, नवदम्तियों और बीमारों को संबोधित किया।
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पापा ने आगे कहा कि कोरपुस ख्रीस्ती का त्योहार जिसे एक ऐसा अवसर प्रदान करता है जिससे
विश्वासी अपना प्रेम प्रभु और यूखरिस्त में दृढ़ कर सकते हैं और अपने विश्वास की जड़ों
को मज़बूत कर सकते हैं।
ज्ञात हो कि वाटिकन ग्यारह जून को कोरपुस ख्रीस्ती अर्थात्
येसु के शरीर और रक्त का त्योहार मनाती है।
वाटिकन समाचार सूत्रों के अनुसार
संत पापा संत जोन लातेरन महागिरजाघर में यूखरिस्तीय बलिदान चढ़ाएँगे और वहीं से एक शोभा
यात्रा निकाली जायेगी जो
संत मेरी मेजर महागिरजाघर में समाप्त होगी जहाँ पर संत
पापा एक लोगों के लिये प्रार्थना करेंगे और उन्हें अपना प्रेरितिक आशीर्वाद देंगे।
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पापा ने युवाओं और बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि यूखरिस्तीय संस्कार के द्वारा वे
येसु के बदन औऱ लोहू को ग्रहण करेंगे और अपने आध्यात्मिक जीवन को मजबूत करते हुए पवित्रता
के मार्ग पर अग्रसर होंगे।
बीमारों को संबोधित करते हुए संत पापा ने कहा कि
यूखरिस्तीय संस्कार उनके लिये एक विशेष वरदान है जिसके द्वारा वे अपने दुःख को ईश्वर
को चढ़ा सकते हैं।
नवदम्पतियों को संत पापा ने कहा कि जिस प्रकार येसु ने यूखरिस्तीय
समारोह में हमें दिया है उसी तरह उन्हें में चाहिये कि वे एक-दूसरे के लिये अपने-आपको
समर्पित कर दें।