वियनाः ऑस्ट्रिया की यात्रा पर आए ग्रन्थी की मौत के बाद जालन्दर में स्थिति तनावपूर्ण
वियना में एक गुरुद्वारे में दो प्रतिद्वंद्वी धार्मिक गुटों के बीच हुए संघर्ष में ऑस्ट्रिया
की यात्रा पर आए 2 भारतीय ग्रंथियों में से एक, 56 वर्षीय ग्रंथी संत रामनंद, की हॉस्पिटल
में मौत के बाद जालन्धर तथा आस पास के क्षेत्रों में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। इस संघर्ष
में करीब 30 लोग घायल भी हुए थे।
दलितों के पक्षधर डेरा सच खण्ड के अध्यक्ष ग्रंथी
संत रामनंद की हत्या के बाद जालन्धर में स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि कई जगहों पर
करफ्यु लगा दिया गया है तथा यत्र तत्र सुरक्षा सैनिकों को तैनात कर दिया गया है। इस बीच,
जालन्धर एवं पड़ोसी नगरों में करफ्यु की परवाह न कर डेरा सच खण्ड दल के लोग विरोध प्रदर्शन
के लिये सड़कों पर निकल आये। कई मोटरगाडियों एवं बसों को आग के हवाले कर दिया गया है।
पुलिस के साथ मुठभेड़ में कम से कम पाँच व्यक्ति घायल भी हुए हैं। प्रधान मंत्री मनमोहन
सिंह ने सभी से शांति की अपील की है।
ऑस्ट्रियाई पुलिस प्रवक्ता के अनुसार
वियना स्थित गुरुद्वारे में रविवार को दो गुटों के झगड़ों में कृपाणों एवं कम से कम एक
बंदूक का भी इस्तेमाल किया गया। प्रवक्ता ने बताया, "डॉक्टर ने कहा था कि इमर्जंसी ऑपरेशन
के बाद वह अपने मरीज की हालत से संतुष्ट थे लेकिन कोमा में जाने के बाद मरीज़ ने दम तोड़
दिया।" संघर्ष में घायल दूसरे ग्रंथी 66 वर्षीय संत निरंजन दास की हालत स्थिर बताई जा
रही है। प्रवक्ता ने बताया कि ये दोनों ग्रंथी श्री गुरु रविदास सभा आंदोलन से संबंधित
हैं।
पुलिस के अनुसार गुरुद्वारे में उस समय लगभग 200 श्रद्धालु मौजूद थे। हमला
एक प्रवचन के दौरान हुआ। पुलिस के अनुसार, प्रवचन सुन रहे कुछ लोगों ने हमलावरों पर काबू
पा लिया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हमलावर पीली और नीले रंग की पगड़ियाँ पहने थे।