नागरिक सम्बद्धता को मजबूती प्रदान करने में धर्मों की सहायता
जोर्डन रोयल इंस्टीच्यूट फोर इंटर फेथ स्टडीज (आर आई आई एफ एस ) और अंतर धार्मिक वार्ता
संबंधी परमधर्मपीठीय समिति ने 18 से 20 मई तक अम्मान में रिलिजन एंड सिविल सोसाइटी शीर्षक
से प्रथम बैठक आयोजित की। अगली बैठक दो वर्ष के अंदर रोम में आयोजित की जाएगी। इससे पूर्व
एक तैयारी बैठक आयोजित कर इसमें बैठक का शीर्षक और संचालन की रीति पर विचार किया जायेगा।
पहली बैठक के समापन पर जारी संदेश में बताया गया कि रोयल इंस्टीच्यूट फोर इंटर फेथ स्टडीज
प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व संस्थान के निदेशक राजदूत हसन अबू नुम्माह ने किया तथा
वाटिकन प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अंतर धार्मिक वार्ता संबंधी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष
कार्डिनल ज्यां लुई तोरांन ने किया। बैठक के प्रतिभागियों ने स्वीकारा है कि व्यक्तिगत
और सामुदायिक स्तर पर ठोस और समग्र विकास के लिए नागरिक समाज के महत्व तथा इसके विशिष्ट
और अपरिहार्य योगदान को मान्यता प्रदान करने से, यह आजादी के जिम्मेदाराना अभ्यास के
संदर्भ में संवाद हेतु अच्छा मंच उपलब्ध करा सकता है। प्रतिभागियों ने युवाओं को परस्पर
सम्मान और संवाद की संस्कृति में शिक्षित करने के महत्व पर बल दिया है और हिंसा से इंकार
करना है ताकि पूर्ण नागरिकता के आधार पर शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व का प्रसार हो सके। नागरिक
समाज में धर्म की विशेष भूमिका को स्वीकार करते हुए कहा गया है कि यह सार्वजनिक हित के
लिए नागरिकों के मध्य सहयोग के लिए उत्प्रेरणा प्रदान करता है। सहदयता के सिद्धांत पर
आधारित स्थायी और समृद्ध देश के निर्माण में धर्म विशेष योगदान दे सकते हैं।