बेन गुरियन हवाई अडडे पर आयोजित विदाई समारोह में संत पापा का संदेश
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने होली लैंड की अपनी तीर्थयात्रा के समापन पर तेलअवीव स्थित
बेन गुरियन हवाई अडडे पर आयोजित विदाई समारोह के समय उपस्थित राजनैतिक और धार्मिक अधिकारियों
को सम्बोधित किया। उन्होंने होली लैंड की तीर्थयात्रा के दौरान सम्पन्न विभिन्न समारोहों
और बैठकों का स्मरण करते हुए अपने अनुभवों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि होली लैंड
वास्तव में अंतर धार्मिक तथा कलीसियाई एकतावर्द्धक वार्ताओं के लिए उर्वर भूमि है। होली
लैंड में स्थायी और दीर्घकालीन शांति के लिए संत पापा ने कहा कि विगत 60 वर्षों से इस्राएलियों
और फिलिस्तीनियों के कष्टों और पीड़ाओं को देखकर उनका कोई भी मित्र आँसू बहाये नहीं रह
सकता। संत पापा ने सब पक्षों से अपील की कि अब और रक्तपात, संघर्ष, आतंकवाद और युद्घ
न हो, हिंसा के दुष्चक्र को तोड़ा जाये तथा न्याय पर आधारित सच्ची शांति तथा यथार्थ मेलमिलाप
और चंगाई हो। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत सीमाओं के अंदर इस्राएल देश को शांति और
सुरक्षा प्राप्त हो तथा उसी तरह फिलिस्तीनी लोगों को स्वतंत्र मातृभूमि मिले और वे ससम्मान
जीवन यापन कर स्वतंत्रतापूर्वक आवागमन कर सकें। संत पापा ने कहा कि समस्या समाधान के
लिए दो देश बनाये जाने उपाय सपना केवल न रहे लेकिन इसे वास्तविक बनाया जाये ताकि यह राष्ट्रों
के लिए ज्योति बने और संघर्ष प्रभावित अन्य क्षेत्रों के लिए आशा लाये। संत पापा ने यह
भी कामना की कि होली लैंड में लोग शांति, सौहार्द और प्रेम से रह सकें ताकि सुरक्षा और
विभाजन के साधन सुरक्षा दीवार की जरूरत न रहे लेकिन लोग परस्पर सम्मान और भरोसा पर जीवन
जीयें तथा हर प्रकार की हिंसा और हमले से परहेज करें। संत पापा ने कहा कि उक्त लक्ष्य
को प्राप्त करना कठिन होगा तथापि अपनी और सम्पूर्ण विश्व के काथलिकों की प्रार्थना का
आश्वासन देते हैं ताकि क्षेत्र में न्यायसंगत और दीर्घकालीन शांति के लिए वे अपने प्रयासों
को जारी रखें। संत पापा ने अपनी तीर्थयात्रा को सफलतापूर्वक सम्पन्न होने के लिए इस्राएली
सरकार, फिलिस्तीनी प्राधिकार, धार्मिक और प्रशासनिक नेताओं, स्वयंसेवियों, मीडिया और
सब लोगों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया और शांति की मंगलकामना की।