नाज़रेथः पवित्रभूमि से पलायन न करने की ख्रीस्तीयों से अपील
पवित्रभूमि में अपनी प्रेरितिक यात्रा के दौरान सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने अनेक अवसरों
पर यहाँ के ख्रीस्तीयों में आशा का संचार किया तथा पवित्रभूमि से पलायन न करने की उनसे
अपील की।
गुरुवार को नाज़रेथ नगर के देवदूत सन्देश तीर्थ पर सन्त पापा ने गलीली
प्रान्त में सेवारत धर्माध्यक्षों, पुरोहितों, धर्मसंघियों एवं कलीसियाई अभियानों के
सदस्यों के साथ सान्ध्य वन्दना का पाठ किया।
इस अवसर पर सन्त पापा ने यह स्वीकार
किया कि इसराएल एवं फिलीस्तीनी प्रदेशों में ख्रीस्तीयों की संख्या बहुत छोटी है तथापि
ख्रीस्तीयों को साहस और विश्वासपूर्वक पवित्रभूमि में बने रहना चाहिये।
पवित्रभूमि
के संचार केन्द्र के अनुसार ख्रीस्तीयों की संख्या मात्र दो प्रतिशत है। यद्यपि नाज़रेथ
में ख्रीस्तीय कुल जनसंख्या का तीस प्रतिशत हैं। सन् 1946 में यह 60 प्रतिशत थी। वस्तुतः
सन् 1948 में इसराएल के आक्रमण के बाद से ख्रीस्तीयों ने पवित्रभूमि से पलायन करना आरम्भ
कर दिया था। बाद के दशकों में रूढ़िवादी मुसलमानों द्वारा उत्पीड़न से बचने के लिये ख्रीस्तीय
पवित्रभूमि से पलायन के लिये बाध्य हुए हैं।