हेचल सालोम सेन्टर में रब्बियों को संत पापा का संदेश
संत पापा ने 12 मई को येरूसालेम स्थित यहूदियों के पवित्रतम स्थल माऊंट टेम्पल की पश्चिमी
दीवार के समीप जाकर मौन प्रार्थना की। इसके बाद परम्परा अनुसार कागज पर लिखी प्रार्थना
को उन्होंने पवित्र दीवार की दरार में रख दिया जिसमें उन्होंने पवित्र भूमि, मध्यपूर्व
क्षेत्र और सम्पूर्ण मानवजाति के लिए शांति की कामना की है। पश्चिमी दीवार की भेंट
के बाद संत पापा ने हेचल सालोम सेन्टर में येरूसालेम के मुख्य रब्बी सेफार्दी ए सलोमो
अमर और रब्बी असकेनाती योना मेत्जर के साथ मुलाकात की तथा उपस्थित अन्य रब्बियों को सम्बोधित
किया। काथलिक यहूदी संबंध को मधुर बनाने के लिए विगत बर्षों में हुई प्रगति पर संत पापा
ने प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने द्विपक्षीय समिति के कार्यों और उपलब्धियों की सराहना
की। संत पापा ने कहा कि ईसाई और यहूदी मानव जीवन की पवित्रता का सम्मान, परिवार की केन्द्रीयता,
युवाओं के लिए अच्छी शिक्षा तथा स्वस्थ समाज के लिए धर्म और अंतःकरण की स्वतंत्रता सुनिश्चित
करना चाहते हैं। दोनों समुदाय सदइच्छावाले लोगों को तर्क के स्तर पर शामिल करें और धार्मिक
बुनियाद की ओर इंगित करते रहें जो स्थायी नैतिक मूल्यों को बनाये रखते हैं। संत पापा
ने कहा कि प्रभावी संवाद के लिए भरोसा अपरिहार्य़ तत्व है। काथलिकों और यहूदियों के मध्य
यथार्थ और दीर्घकालीन मेलमिलाप के लिए वाटिकन द्वितीय महासभा द्वारा चुने गये पथ के प्रति
कलीसिया समर्पित है। संत पापा ने मधुर संबंध के लिए व्यक्त परस्पर आश्वासन के लिए धन्यवाद
देते हुए कामना की कि भविष्य में भी परस्पर सम्मान और समझदारी में निरंतर बढ़ते रहें।