जेरूसालेमः सन्त पापा ने येसु के अन्तिम भोजन कक्ष में प्रार्थना की
जेरूसालेम स्थित येसु के अन्तिम भोजन कक्ष में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने मंगलवार
मध्यान्ह स्वर्ग की रानी आनन्द मना प्रार्थना का पाठ किया।
यह वही स्थल है जहाँ
प्रभु येसु ख्रीस्त ने अपने दुखभोग एवं क्रूस मरण की पूर्व सन्ध्या यहूदियों के पास्का
के दौरान अन्तिम बार अपने शिष्यों के साथ भोजन किया था। आज यह ख्रीस्तीयों का परमपावन
पुण्य स्थल बन गया है जहाँ प्रति वर्ष सम्पूर्ण विश्व से तीर्थयात्री श्रद्धा अर्पित
करने पहुँचते हैं।
अन्तिम भोजन कक्ष में सन्त पापा एवं उनके शिष्टमण्डल के प्रवेश
के साथ ही शिष्यों पर पवित्रआत्मा के अवतरण के स्मरणार्थ पवित्रआत्मा के आदर में "आ पवित्रआत्मा
मार्ग दिखला" गीत गाया गया। उपस्थित भक्तों के साथ स्वर्ग की रानी आनन्द मना प्रार्थना
से पूर्व सन्त पापा ने जेरूसालेम के ख्रीस्तीय समुदाय को प्रोत्साहन देते हुए अपने प्रवचन
में कहाः "जिस मात्रा में प्रेम का वरदान स्वीकार किया जायेगा एवं कलीसिया में प्रसारित
होगा उसी मात्रा में पवित्रभूमि एवं आस पड़ोस के क्षेत्रों में ख्रीस्तीयों की उपरस्थिति
सघन होगी। यह उपस्थिति सम्पूर्ण समाज के कल्याण के लिये अनिवार्य है। ईश प्रेम एवं पड़ोसी
प्रेम, करूणा और दया, विनम्रता, शांति और क्षमा पर येसु के स्पष्ट शब्द हृदयों के रूपान्तरण
एवं भले कार्यों को प्रेरित करने में सक्षम ख़मीर के सदृश हैं। मध्यपूर्व के ख्रीस्तीय
अन्य धर्मों के शुभचिन्तकों के साथ मिलकर कठिनाइयों एवं अनेक बाधाओं के बावजूद देशभक्त
एवं सत्यनिष्ठ नागरिकों की तरह विविधता में शांति के वातावरण को सृजित करने का प्रयास
कर रहे हैं। मैं सस्नेह इन सबके प्रति अपने सामीप्य का प्रदर्शन करता हूँ।"