इस्राएल के राष्ट्रपति निवास में उपस्थित राजनैतिक और धार्मिक नेताओं के लिए संत पापा
का संदेश
इस्राएल के राष्ट्रपति सिमोन पेरेज ने येरूसालेम स्थित अपने निवास में 11 मई को संत पापा
का स्वागत किया। निजी मुलाकात के बाद उद्यान में उपस्थित लगभग 300 राजनैतिक और धार्मिक
नेताओं को संत पापा ने सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि पवित्र स्थलों की उनकी तीर्थयात्रा
मध्य पूर्व और सम्पूर्ण मानवजाति के लिए शांति और एकता रूपी कीमती वरदान के लिए प्रार्थना
है। उन्होंने कहा कि शांति दिव्य उपहार है क्योंकि यह मानवजाति के लिए सर्वशक्तिमान ईश्वर
की प्रतिज्ञा है जो एकता लाती है। धार्मिक नेताओं का कार्य उदघोषणा करना और साक्षी देना
है कि ईश्वर उपस्थित हैं और अदृश्य होने पर भी उन्हें जाना जा सकता है। धार्मिक नेता
किसा भी प्रकार के विभाजन या तनाव अथवा विश्वासियों या समुदायों के मध्य संशय की प्रवृत्ति
के प्रति सतर्क रहें जो आसानी से विरोधाभास की और ले सकते हैं। संत पापा ने कहा कि सुरक्षा
भरोसे से उत्पन्न होती है और यह न केवल खतरे की अनुपस्थिति है लेकिन शांतचित्त और विश्वास
की भावना है। ईसाई यहूदियों और मुसलमानों के लिए गर्व और दायित्व की बात है कि वे एक
साथ एकेश्वरवादी धर्मों के अनुयायियों द्वारा लम्बे समय से इच्छित शांतिपूर्ण सह अस्तित्व
की साक्षी दें। संत पापा ने यह कामना की कि सबलोगों के दिलों का यथार्थ परिवर्तन प्रत्येक
जन के लिए न्याय के द्वारा शांति और सुरक्षा के लिए और अधिक सुदृ़ढ़ समर्पण की ओर ले
चले।