2009-05-11 13:06:28

जार्डनः जॉर्डन के काथलिकों से अपने विश्वास को बरकरार रखने की अपील


जॉर्डन में अपनी तीन दिवसीय यात्रा के अन्तिम चरण में रविवार को सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने यर्दन नदी के तट पर स्थित उस पुण्यस्थल की भेंट की जहाँ, प्रचलित विश्वास के अनुसार, येसु मसीह ने बपतिस्मा ग्रहण किया था।

रविवार अपराह्न साढ़े चार बजे सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने राजधानी अम्मान के पूर्वी भाग स्थित जॉर्डन से परे बेथानिया के लिये प्रस्थान किया जहाँ जॉर्डन के पुरातत्व विदों ने झाऊ के पेड़ों के बीच प्राचीन गिरजाघरों के खंडहरों को खोदा है तथा इस स्थल के बारे में आरम्भिक तीर्थयात्रियों द्वारा लिपिबद्ध लेखनियों को पाया है।

विश्वास एवं परम्परा के अनुसार यर्दन नदी के तट पर स्थित इसी स्थल पर योहन बपतिस्ता ने प्रभु येसु मसीह को उस समय बपतिस्मा दिया था जब वे तीस वर्ष के थे।

खुदाई के बाद से पुरातत्वविदों ने बपतिस्मा स्थल के निकट रोमी एवं बिज़ेनटाईन काल के कई गिरजाघरों, गुफाओं एवं बपतिस्मा कुण्डों को खोज निकाला है। अब ख्रीस्तीय विश्वासियों द्वारा इस स्थल के आस पास आधुनिक तीर्थयात्रियों के लिये धर्मशालाएँ, गिरजाघर एवं प्रार्थनालयों का निर्माण आरम्भ हो गया है।

रविवार को जॉर्डन के सम्राट अब्दल्लाह एवं बेगम साहिबा रानिया ने सन्त पापा को इन पुरातत्व स्थलों का दौरा करवाया। सम्राट एवं उनकी बेगम रानिया सहित जॉर्डन के अनेकानेक गणमान्य अधिकारी सन्त पापा के साथ गोल्फ की गाड़ियों द्वारा कच्चे मार्ग से होकर प्रभु येसु के पुण्य बपतिस्मा स्थल पहुँचे। इस पवित्र स्थल पर कुछ देर मौन प्रार्थना के बाद सन्त पापा ने बपतिस्मा स्थल के निकट ही, लातीनी एवं ग्रीक मेलकाईट काथलिक, दो नवीन गिरजाघरों की नींव के पत्थरों को आशीष देकर इनके निर्माण कार्य का शुभारम्भ किया।

इस अवसर पर सन्त पापा ने अपने प्रवचन में येसु के पद चिन्हों पर चल क्षमा, पुनर्मिलन एवं उदारता द्वारा शांति स्थापित करने की, जॉर्डन के काथलिकों से, ज़ोरदार अपील की।









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