मध्यपूर्व में अपनी आठ दिवसीय प्रेरितिक यात्रा के द्वितीय चरण में सोमवार 11 मई को सन्त
पापा बेनेडिक्ट 16 वें जॉर्डन से इसराएल पहुँचे।
जॉर्डन में अपनी तीन दिवसीय
यात्रा सफलतापूर्वक सम्पन्न कर सन्त पापा अब इसराएल एवं फिलीस्तीनी प्रदेशों की यात्रा
कर रहे हैं जहाँ वे पाँच दिन तक रहेंगे। इस दौरान सन्त पापा इसराएल एवं फिलीस्तीनी प्रदेश
स्थित येसु मसीह के जीवन सम्बन्धी पुण्य स्थलों की भेंट के साथ साथ इसराएली अधिकारियों,
फिलीस्तीनी नेताओं तथा यहूदी एवं इस्लाम धर्म के नेताओं से भी मुलाकातें करेंगे।
ग़ौरतलब
है कि वाटिकन इसराएली फिलीस्तीनी संघर्ष के समाधान स्वरूप दो अलग अलग राज्यों की रचना
को समर्थन देता है।
31 मार्च को इसराएल की नई सरकार बनी जिसके शीर्ष हैं दक्षिण
पंथी प्रधान मंत्रि बेनजामिन नेतनयाहू। अमरीका एवं अरब के देश पश्चिमी तट एवं गज़ा पट्टी
में फिलीस्तीनी राज्य की स्थापना को प्रथमिकता मानते हैं किन्तु नेतनयाहू ने अब तक इस
तरह की कोई सम्भावना व्यक्त नहीं की है।
इस पृष्टभूमि में जो कुछ भी सन्त पापा
बेनेडिक्ट 16 वें कहेंगे उसकी प्रतिध्वनि इसराएल एवं विदेशों में भी गूँजेगी। विशेष रूप
से, जब सन्त पापा अधिकृत पश्चिमी तट स्थित बेथलहेम में फिलीस्तीनी शरणार्थी शिविर का
दौरा करेंगे तब उनके हर एक शब्द पर सबका ध्यान केन्द्रित रहेगा इसीलिये उनकी इस यात्रा
को अति संवेदनशील एक नाज़ुक बताया जा रहा है।
बेथलहेम में सन्त पापा फिलीस्तीनी
अध्यक्ष मेहमूद अब्बास से मुलाकात करेंगे।