संत जोर्ज को समर्पित ग्रीक मेल्काइत गिरजाघर में सम्पन्न संध्या वंदना प्रार्थना में
संत पापा का प्रवचन
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने शनिवार 9 मई को कहा कि उन्हें बहुत खुशी है कि संत जोर्ज
को समर्पित ग्रीक मेल्काइत गिरजाघर में संध्या वंदना प्रार्थना में वे शामिल हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कलीसिया स्वयं तीर्थयात्री है। अनेक निर्णायक ऐतिहासिक घटनाएँ घटी हैं
और सांस्कृतिक प्रभाव हुए हैं। दुर्भाग्य से इनमें से कुछ ने ईशशास्त्रीय विवाद और दबाव
के काल को भी शामिल किया है तथापि मेलमिलाप और पुर्नमिलन के अवसर भी आये हैं। कलीसिया
को मजबूती प्रदान किया है तथा समृद्ध सांस्कृतिक पुर्नजागरण के समय पूर्व के ख्रीस्तीयों
ने महान योगदान किया है। सार्वभौमिक कलीसिया के अंदर विशिष्ट चर्चों ने अपनी गत्यात्मकता
को बनाये रखा है तथा सब विश्वासियों के लिए आध्यात्मिक, धर्मविधि और कलीसियाई परम्पराओं
के समृद्ध निधि को प्रदर्शित किया है । पूर्वी कलीसियाओं की परम्पराओं की प्राचीन जीवित
निधि सार्वभौमिक कलीसिया को समृद्ध बनाती है। सब ख्रीस्तीयों का आह्वान है कि वे प्रभु
के आदेश का सक्रिय जवाब दें जैसा कि संत जोर्ज ने विशिष्ट तरीके से दिया। ख्रीस्तीय विश्वास
का सार्वजनिक चेहरा न केवल आध्यात्मिक एकात्मता तक सीमित है लेकिन कार्यों के द्वारा
सबलोगों के लिए व्यक्त किया जाता है। विश्वास की यथार्थ आवाज सदैव न्याय सहानुभूति और
शांति लाती है।