2009-05-10 12:30:08

अम्मानः मस्जिद की भेंट एवं इस्लाम के साथ सम्बन्धों का सुधार का प्रयास


जॉर्डन की राजधानी अम्मान स्थित, सम्राट हुसैन बिन तलाल मस्जिद की भेंट कर, शनिवार को, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने मुसलमान बन्धुओं के साथ एक बार फिर मैत्री का हाथ बढ़ाया तथा विश्व के दो सर्वाधिक विशाल विश्वासी समुदायों यानि ख्रीस्तीयों एवं मुसलमानों के बीच सम्बन्धों के सुधार का प्रयास किया। ख्रीस्तीयों एवं मुसलमानों से उन्होंने आग्रह किया कि वे संयुक्त रूप से धर्म की रक्षा करें तथा इसे राजनीतिक हेरफेर से बचायें। मस्जिद में इस्लामी नेताओं और राजनयिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "मुझे पक्का विश्वास है कि ख्रीस्तीय एवं मुसलमान आपसी सहयोग द्वारा तथा, विशेष रूप से, शिक्षा द्वारा अपना योगदान देकर, सार्वजनिक सेवा का आलिंगन कर सकते हैं।

अपने संबोधन के एक खंड में सन्त पापा ने ईश्वर के लिये "अनुग्रहकारी और दयालु" शब्दों का प्रयोग किया। ये वही उपमाएँ हैं जिनसे मुसलमान धर्मानुयायी ईश्वर को सम्बोधित करते हैं।

सन्त पापा बेनेडिक्ट ने कहा कि यद्यपि तनावों एवं विभाजन के इतिहास से इनकार नहीं किया जा सकता तथापि ख्रीस्तीय एवं इस्लाम धर्मानुयायियों का दायित्व है कि वे धर्म में हेरा फेरी को रोकें जिसका, अनेक बार, राजनैतिक स्वार्थ के लिये दुरुपयोग किया जाता है। सन्त पापा के अनुसार राजनैतिक स्वार्थ ही तनाव एवं विभाजन का असली उत्प्रेरक है और बहुत बार यही हिंसा को भी भड़काता है।








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