अम्मान में समारोही ख्रीस्तयाग के अवसर पर संत पापा का प्रवचन
संत पापा ने अम्मान में समारोही ख्रीस्तयाग के अवसर पर प्रवचन करते हुए कहा कि पवित्र
भूमि की तीर्थयात्रा के आरम्भ में वे इस ख्रीस्तयाग समारोह में शामिल हुए हैं। यह आनन्दपूर्ण
यूखरिस्तीय समारोह पवित्र भूमि में काथलिक कलीसिया की समृद्ध विविधता को अभिव्यक्त करता
है। इस अवसर की वे बहुत दिनों से प्रतीक्षा कर रहे थे ताकि पुर्नजीवित प्रभु का साक्षी
बन सकें और लोगों को प्रोत्साहन दें कि वे विश्वास,आशा,प्रेम, प्राचीन परम्पराओं के प्रति
निष्ठा और ख्रीस्तीय साक्षी के विशिष्ट इतिहास में दृढ़ बने रहें। ईसाई विरासत से प्रप्त
होनेवाली महान मर्यादा को कदापि न भूलें तथा विश्वव्यापी कलीसिया के भाई बहनों की प्रेमपूर्ण
सहदयता का अहसास करने में विफल न हों। प्रत्येक ईसाई परिवार अपनी बुलाहट के प्रति निष्ठा
में बढ़े और प्रार्थना का सच्चा विद्यालय बनें जहाँ बच्चे ईश्वर के प्रेम को सीखते हैं,
विश्वास से उत्प्रेरित आत्म संयम और अन्यों की जरूरतों के प्रति चिंता करने में परिपक्व
बनते हैं। परिवार को समर्पित वर्ष में ईश्वर की महान योजना में महिला की मर्यादा, बुलाहट
और मिशन पर विशेष चिंतन का अंग है। समाज के कल्याण हेतु महिलाओं ने महान योगदान दिया
है। बहुत बार उनकी भूमिका को पर्याप्त रूप से नहीं समझा गया और उनकी मर्यादा के प्रति
सम्मान नहीं दिखाया गया है। महिलाओं के प्रति सम्मान और प्रत्येक मानव की मर्यादा की
रक्षा कर कलीसिया पवित्र भूमि में सच्ची मानवता और प्रेम की सभ्यता के निर्माण की संस्कृति
का प्रसार करने में महत्वपूर्ण सहयोग दे सकती है। भले गड़ेरिये ख्रीस्त का साहस दैनिक
प्रयासों में ख्रीस्तीय विश्वास की साक्षी देने और बदलती सामाजिक संरचना में कलीसिया
की उपस्थिति को बनाये रखने के प्रयासों को बल प्रदान करे। संत पापा ने कहा कि पवित्र
भूमि में कलीसिया के मिशन और ईसाई जड़ो के प्रति निष्ठा विशेष प्रकार के साहस की माँग
करता है। येसु के दृढ़ प्रेम पर भरोसा करें।