अम्मानः अरबी जयनारों एवं "केफिये" सहित बेनेडिक्ट 16 वें का अम्मान में भव्य स्वागत
जॉर्डन की राजधानी अम्मान के अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सम्पन्न स्वागत समारोह के
बाद सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने विकलांग युवाओं के लिये सन् 2004 में काथलिक कलीसिया
द्वारा स्थापित रेजिना पाचिस पुनर्वास केन्द्र की भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने समाज
में विकलांगों की भूमिका पर बल दिया तथा हर अवस्था में उनकी मर्यादा की रक्षा का आह्वान
किया।
पुनर्वास केन्द्र के युवाओं ने वाटिकन एवं जॉर्डन के ध्वजों को फहराकर
तथा अरबी भाषा में जयनारे लगाकर अपने मध्य सन्त पापा बेनेडिक्ट का भव्य स्वागत किया।
यहाँ सन्त पापा ने युवाओं से व्यक्तिगत मुलाकात कर उन्हें अपना आशीर्वाद प्रदान किया।
दो युवाओं ने इस अवसर पर सन्त पापा के प्रति सम्मान प्रदर्शन हेतु उनके सिर पर केफियेह
रखी। केफियेह साफे जैसा लाल एवं श्वेत रंग का पहनावा है जो अक्सर अरबी पुरुषों द्वारा
धारण किया जाता है।
अपने प्रवचन में सन्त पापा ने युवाओं से कहा कि वे उनके लिये
कोई भौतिक उपहार साथ नहीं लाये हैं किन्तु मध्यपूर्व में एकता एवं शांति के अनमोल वरदान
के लिये ईश्वर से प्रार्थना करने आये हैं। जैरूसालेम, पवित्रभूमि एवं सम्पूर्ण मध्यपूर्व
के हर समुदाय एवं हर परिवार में वे शांति की याचना करते हैं। ऐसी स्थायी शांति जो न्याय,
अखण्डता, दया, विनम्रता, क्षमा एवं मैत्री में जीवन यापन की तीव्र अभिलाषा से उत्पन्न
होती है।